सोमवार को प्राधिकरण के गिरदावर भानू प्रताप सिंह के नेतृत्व में गिरदावर माया धवनपारिया, पटवारी यतीन्द्र वैष्णव तथा महेन्द्र गहलोत के नेतृत्व में प्राधिकरण की टीम बांडी नदी के सर्वे के लिए पहुंची। टीम ने फॉयसागर (बांडी का उद्गम स्थल) से सर्वे शुरु किया। टीम ने हाथीखेड़ा, बोराज तक सर्वे किया। सर्वे में कई अतिक्रमण, नदी की भूमि पर धार्मिक स्थल का निर्माण नजर आया। टीम ने नदी में हुए अतिक्रमण की रिपोर्ट तैयार की है। सर्वे दो दिन और चलेगा।
तीन चरण में होगा काम
प्रथम चरण में बांडी नदी पर पुष्कर रोड से हरिभाऊ उपाध्याय नगर बी ब्लॉक तक 480 मीटर चौपाटी बनेगी। इंटरलॉकिंग ब्लॉक लगाने के साथ पेड़ पौध भी लगाए जाएंगे। इनकी सुरक्षा के लिए सुंदर जाली व आकर्षक गेट भी लगाए जाएंगे। तीन मीटर चौड़ा पाथ-वे बनेगा। बैठने के लिए बेंच लगाई जाएंगी। लोग सुबह शाम घूमने का आनन्द ले सकेंगे।
दूसरे चरण में रामनगर स्कूल तक 367 मीटर चौपाटी बनेगी। बबूल व झाड़ झंखाड़ हटाए जाएंगे, नदी की टूटी दीवारों की मरम्मत की जाएगी। तीसरे चरण में ज्ञान विहार से आर.के.पुरम तक 1100 मीटर लम्बी चौपाटी बनेगी। बांडी नदी की दीवार ऊंची की जाएगी। दो मीटर ऊं ची जाली लगेगी। इंटरलॉकिंग ब्लॉक लगाने के साथ पेड़ पौध भी लगाए जाएंगे। इनकी सुरक्षा के लिए सुंदर जाली व आकर्षक गेट भी लगाए जाएगा। पेड़ पौधे की तीन साल तक सुरक्षा भी की जाएगी।