पंचायत समिति केकड़ी में नई ग्राम पंचायत कोहड़ा, निमोड़, नाइकी, मालखंड, भांडावास, आमली, सदारी, नया गांव मीणा, बाढ़ का झोपड़ा का पुनर्गठन/सृजन होगा। इसी तरह सरवाड़ में 9 नई ग्राम पंचायतें बनेंगी। इनमें चांदना, अरवड़, सदापुर, भाटोलाव, कल्याणपुरा, सुनारिया, जडाना, तालपुरा व गोपालपुरा। अरांई में देवरिया, गूंदली, चोसाला, मोठी, भिनाय में रूपपुरा, देवपुरा व बगरई, श्रीनगर में जाटली व जिलावड़ा, मसूदा में उत्तमी, खीमपुरा, देवमगरी, शिव नगर, शिवपुरा घाटा, लाम्बा व रामपुरा, किशनगढ़ में बिलावट व मोतीपुरा तथा पीसांगन में केसरपुरा, मेवाडिय़ा, अलीपुरा व बासेली पंचायतें बनेंगी।
पुनर्गठन पर अब तक यह हुई कार्रवाई
जिला प्रशासन ने जुलाई माह में ग्राम पंचायत व पंचायत समितियों के पुनर्गठन का प्रारूप जारी करते हुए इस पर 29 अगस्त तक आपत्ति मांगी थी। जिले के सभी ब्लॉकों से 150 आपत्तियां दर्ज हुई। पुनर्गठन के तहत अजमेर ग्रामीण व सावर दो नई पंचायत समितियां बनाई गई है। इससे अब जिले में पंचायत समितियां 9 से बढक़र 11 हो गई है। वर्तमान में 9 ग्रामीण पंचायत समितियां थी। इसके अलावा 28 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई है।
जिला प्रशासन ने जुलाई माह में ग्राम पंचायत व पंचायत समितियों के पुनर्गठन का प्रारूप जारी करते हुए इस पर 29 अगस्त तक आपत्ति मांगी थी। जिले के सभी ब्लॉकों से 150 आपत्तियां दर्ज हुई। पुनर्गठन के तहत अजमेर ग्रामीण व सावर दो नई पंचायत समितियां बनाई गई है। इससे अब जिले में पंचायत समितियां 9 से बढक़र 11 हो गई है। वर्तमान में 9 ग्रामीण पंचायत समितियां थी। इसके अलावा 28 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई है।
282 से बढक़र 310
अब जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या 282 से बढक़र 310 हो गई है लेकिन इनकी अधिसूचना जारी होना शेष है। समय सीमा निकले के बाद भी बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों ने सरकार के समक्ष आपत्तियां दर्ज करवाते हुए नए प्रस्ताव भी दिए है। इसके बाद ग्राम पंचायत व पंचायत समितियों के नए प्रस्ताव जारी किए गए हैं। नए प्रस्तावों को शामिल करने के बाद जिले में ग्राम पंचायतों तथा पंचायत समितियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
अब जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या 282 से बढक़र 310 हो गई है लेकिन इनकी अधिसूचना जारी होना शेष है। समय सीमा निकले के बाद भी बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों ने सरकार के समक्ष आपत्तियां दर्ज करवाते हुए नए प्रस्ताव भी दिए है। इसके बाद ग्राम पंचायत व पंचायत समितियों के नए प्रस्ताव जारी किए गए हैं। नए प्रस्तावों को शामिल करने के बाद जिले में ग्राम पंचायतों तथा पंचायत समितियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।