गुप्ता ने कहा कि बीसलपुर योजना सिर्फ अजमेर के लिए बनाई गई थी। दुर्भाग्य से इससे जयपुर (jaipur), टोंक (tonk) को जोड़ दिया गया। अब इससे दौसा (dausa) जिला भी जुड़ चुका है। आमेर के मावठे को बीसलपुर बांध के पानी से भरा जा रहा है। अजमेर , पुष्कर, किशनगढ़, नसीराबाद, ब्यावर, बिजनगर, भिनाय के कई क्षेत्रों में 72 घंटे में पानी की सप्लाई (drinling water supply) हो रही है। पानी भी कम दबाव से दिया जा रहा है। शहर और जिले में 24 घंटे में जलापूर्ति होनी चाहिए।
जलापूर्ति को पटरी पर लाने में जुटा विभाग
जलदाय विभाग शहर की जलापूर्ति (water supply) को पटरी में लाने में जुटा रहा। जिन इलाकों में टैंक-8 पर वॉल्व फेल होने से जलापूर्ति नहीं हुई वहां सप्लाई दी गई। इसके अलावा दरगाह और कायड़ (Kayad area) इलाके में भी अतिरिक्त पानी दिया गया। जलदाय विभाग ने अगस्त के अंतिम सप्ताह से शहर में 48 घंटे जलापूर्ति शुरू की है। लेकिन महज पांच-छह दिन में ही व्यवस्था बाधित हो गई। विभाग के स्टोरेज टैंक-8 (tank no-8) पर लगा वॉल्व तकनीकी खराब से फेल हो गया। इससे शहर में कई इलाकों में नल नहीं टपके। वॉल्व दुरुस्त करने के बाद विभाग ने स्टोरेज टैंक में पानी का भंडारण (water storage) किया। पहले उन इलाकों में जलापूॢत हुई जहां 48 से 72 घंटे तक पानी नहीं आया था।
जलदाय विभाग शहर की जलापूर्ति (water supply) को पटरी में लाने में जुटा रहा। जिन इलाकों में टैंक-8 पर वॉल्व फेल होने से जलापूर्ति नहीं हुई वहां सप्लाई दी गई। इसके अलावा दरगाह और कायड़ (Kayad area) इलाके में भी अतिरिक्त पानी दिया गया। जलदाय विभाग ने अगस्त के अंतिम सप्ताह से शहर में 48 घंटे जलापूर्ति शुरू की है। लेकिन महज पांच-छह दिन में ही व्यवस्था बाधित हो गई। विभाग के स्टोरेज टैंक-8 (tank no-8) पर लगा वॉल्व तकनीकी खराब से फेल हो गया। इससे शहर में कई इलाकों में नल नहीं टपके। वॉल्व दुरुस्त करने के बाद विभाग ने स्टोरेज टैंक में पानी का भंडारण (water storage) किया। पहले उन इलाकों में जलापूॢत हुई जहां 48 से 72 घंटे तक पानी नहीं आया था।
मोहर्रम पर अतिरिक्त जलापूर्ति
विभाग ने मोहर्रम पर दरगाह और कायड़ में अतिरिक्त जलापूर्ति की योजना भी बनाई है। इसके लिए 10-10 एमएलडी पानी का स्टोरेज किया जा रहा है। मोहर्रम पर बुधवार से कुछ इलाकों में अतिरिक्त पानी दिया गया है।
विभाग ने मोहर्रम पर दरगाह और कायड़ में अतिरिक्त जलापूर्ति की योजना भी बनाई है। इसके लिए 10-10 एमएलडी पानी का स्टोरेज किया जा रहा है। मोहर्रम पर बुधवार से कुछ इलाकों में अतिरिक्त पानी दिया गया है।