मनीष कुमार सिंह अजमेर. मनी एक्सचेंज व्यवसायी मनीष मूलचंदानी की हत्या व डकैती को अंजाम देने के बीस दिन पहले गैंग के सरगना दीपेन्द्रसिंह उर्फ दीपू बना ने रैकी की थी। जयपुर में लुटी गई विदेशी मुद्रा बदलवाई थी। रैकी में दीपू बना के मददगार अजमेर के वरुण चौधरी को कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसको फिर से जेल भेज दिया।
थानाप्रभारी छोटीलाल ने बताया कि गिरोह के ने अजमेर के कुन्दननगर कृष्ण विहार निवासी वरुण चौधरी के साथ रैकी की थी। जयपुर पुलिस की गिरफ्त में आए जितेन्द्र ने अजमेर पुलिस को दिए पर्चा बयान में वरुण के साथ रैकी करना कबूला था।
विदेशी मुद्रा बदली
वरुण ने बताया कि दीपेन्द्र के साथ उसने मूलचंदानी के ऑफिस में बीस दिन पहले जयपुर में लूटी विदेशी मुद्रा बदलवाने आया था। विदेशी मुद्रा एक्सचेंच के बहाने वह मूलचंदानी के सम्पर्क में था। इसके बाद 21 फरवरी को भी उसने मनीष मूलचंदानी को कॉल कर विदेशी मुद्रा बदलाने आने की बात कही थी। मूलचंदानी से बात करने के बाद उसने जितेन्द्र उर्फ जीतू को जानकारी दी। उसका इशारे मिलने पर ही जितेन्द्र उर्फ जीतू गैंग के साथ वारदात अंजाम देने पहुंचा।
वरुण ने बताया कि दीपेन्द्र के साथ उसने मूलचंदानी के ऑफिस में बीस दिन पहले जयपुर में लूटी विदेशी मुद्रा बदलवाने आया था। विदेशी मुद्रा एक्सचेंच के बहाने वह मूलचंदानी के सम्पर्क में था। इसके बाद 21 फरवरी को भी उसने मनीष मूलचंदानी को कॉल कर विदेशी मुद्रा बदलाने आने की बात कही थी। मूलचंदानी से बात करने के बाद उसने जितेन्द्र उर्फ जीतू को जानकारी दी। उसका इशारे मिलने पर ही जितेन्द्र उर्फ जीतू गैंग के साथ वारदात अंजाम देने पहुंचा।
जयपुर में हुआ सम्पर्क
वरुण पहले मादक पदार्थ का नशा करता था। नशे की लत को पूरा करने के लिए वह बैंकों के एटीएम में लगे बॉक्स से चेक चुराने के मामले में पकड़ा गया। फिर भीलवाड़ा के नशा मुक्ति केन्द्र में नशा छोड़ा। जयपुर में नशा मुक्ति केन्द्र खोला। यहां जीतू बना के सम्पर्क में आया। उसके खिलाफ एटीएम में चोरी, रुपए निकालने का प्रयास के 10 मुकदमे दर्ज हैं।
वरुण पहले मादक पदार्थ का नशा करता था। नशे की लत को पूरा करने के लिए वह बैंकों के एटीएम में लगे बॉक्स से चेक चुराने के मामले में पकड़ा गया। फिर भीलवाड़ा के नशा मुक्ति केन्द्र में नशा छोड़ा। जयपुर में नशा मुक्ति केन्द्र खोला। यहां जीतू बना के सम्पर्क में आया। उसके खिलाफ एटीएम में चोरी, रुपए निकालने का प्रयास के 10 मुकदमे दर्ज हैं।
बैट्री चोरी में गया जेल वरुण मनी एक्सचेंज व्यवसायी की हत्या व डकैती के बाद सिविल लाइन थाना क्षेत्र में बस स्टैण्ड पर एटीएम बूथ से बैट्री चोरी के मामले में पकड़ा गया। जेल जाने के बाद मूलचंदानी हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ तो वारदात में उसकी लिप्तता सामने आई। जयपुर में पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गए जितेन्द्र बना ने उसके साथ रैकी करना कबूल किया।
सरगना समेत छह गिरफ्तार
मूलचंदानी हत्या व डकैती की वारदात में पुलिस अब तक 5 आरोपियों को पकड़ चुकी है। इसमें मईनुद्दीन उर्फ मैनू, सीताराम, अर्जुनसिंह उर्फ अज्जू, शंकर बलाई व वरुण चौधरी शामिल है। गिरोह के सरगना जीतू जयपुर पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी।
मूलचंदानी हत्या व डकैती की वारदात में पुलिस अब तक 5 आरोपियों को पकड़ चुकी है। इसमें मईनुद्दीन उर्फ मैनू, सीताराम, अर्जुनसिंह उर्फ अज्जू, शंकर बलाई व वरुण चौधरी शामिल है। गिरोह के सरगना जीतू जयपुर पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी।
अभी रणसां की तलाश पुलिस को सातवें आरोपी रणजीत उर्फ रणसां की तलाश है। रणसां ने ही मूलचंदानी के विरोध करने पर गोली मारी थी। रणसा जयपुर के बगरू स्थित होटल पर फायरिंग की वारदात तक जीतू के साथ था। इसके बाद से वह भूमिगत है। अजमेर व जयपुर पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश में जुटी है।