भाजपा से बगावत कर उम्मीदवारी करने वाले पूर्व विधायक और बनास बैंक के निदेशक मावजी पटेल को आखिरकार मतदान से चंद दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने निलंबित कर दिया है। इतना ही नहीं, उनका समर्थन करने वाले पार्टी के चार अन्य नेताओं को भी निलंबित कर दिया है। इनमें भाभर मार्केट यार्ड के पूर्व अध्यक्ष लालजी पटेल, जिला खरीद वेचाण संघ के पूर्व अध्यक्ष व निदेशक देवजी पटेल, भाभर मार्केट यार्ड के चेयरमैन दलराम पटेल और सुईगाम तहसील के पूर्व महामंत्री जामा पटेल शामिल हैं।
भाजपा ने अनदेखी की: मावजी
गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री सी आर पाटिल की ओर से मावजी पटेल व अन्य चार नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निलंबित किए जाने पर मावजी पटेल ने कहा कि उनके पास भाजपा में वैसे भी कोई पद नहीं है। पार्टी ने अनुभवी और वरिष्ठ नेता को टिकट देने की जगह फिर से उसी उम्मीदवार को उतारा है। उनकी अनदेखी की है। उन्होंने उसी दिन पार्टी को एक तरह से अलविदा कह दिया था, जब उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र भरा था। मावजी ने दावा किया कि वाव की जनता उनके साथ है और उनकी ही जीत होगी। उनकी पगड़ी की लाज भगवान रखेगा। उधर कांग्रेस प्रत्याशी गुलाब सिंह राजपूत के लिए प्रचार कर रहीं इलाके की सांसद गेनीबेन ठाकोर ने मावजी व उनके साथियों को निलंबित करने के भाजपा के निर्णय पर कहा कि यह उनकी अंदरूनी बात है। इस सीट पर जीत कांग्रेस की ही होगी।अंतिम समय में दोनों दल के नेता लगा रहे जोरवाव सीट पर बीते दो विधानसभा चुनावों से कांग्रेस पार्टी की ओर से गेनीबेन ठाकोर जीत का परचम लहरा चुकी हैं। उप चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी की जीत हो इसके लिए सांसद गेनीबेन ठाकोर खुद तो जोर लगा ही रही हैं। पार्टी के अन्य दिग्गज नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल, विधानसभा में कांग्रेस के नेता अमित चावड़ा, प्रदेेश के कार्यकारी अध्यक्ष इंद्रविजय सिंह गोहिल व अन्य भी लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं।