वडोदरा के बिल, भायली, सेवासी, करोडिया, वेमाली, वडदला और उंडेरा गांवों को महानगर पालिका में शामिल किया गया है। इसको लेकर ग्रामीण विरोध कर रहे थे, लेकिन मांजलपुर के विधायक और राज्य सरकार के मंत्री सरकार और आंदोलनकारियों के बीच मध्यस्थी बने थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से मिलने से इंकार कर दिया था।
राज्य सरकार की ओर से कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं मिलने से ग्रामीणों ने फिर से आंदोलन शुरू किया है। इसके मद्देनजर ही सोमवार को सेवा गांव की महिलाओं ने पटेलवाडी में रामधुन कर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध जताया। इसके अलावा बील गांव की महिलाओं ने भी रामधुन कर अपना रोष जताया।
उल्लेखनीय है कि वडोदरा महानगर पालिका में शामिल करने के विरोध में सातों के लोग पिछले कुछ दिनों से विरोध कर रहे हैं। इससे पूर्व भी प्रदर्शन करते हुए मनपा में शामिल करने का विरोध किया गया था। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने पुन: आंदोलन शुरू किया है।