आदिवासी क्षेत्रों में निशुल्क दे रही शिक्षा
वडोदरा. छोटा उदेपुर जिले के आदिवासी क्षेत्रों में पढ़ाई में कमजोर बच्चों को पढ़ाने सराहनीय कार्य बारहवीं पास दो छात्राएं कर रही हैं। गर्मी की छुट्टियों में जहां एक ओर छात्र सहित शिक्षक भी वैकेशन मना रहा हैं, वहीं दूसरी ओर इस छात्राओं ने बिना स्वार्थ के स्कूल शुरू किया है, जहां निशुल्क शिक्षा दे रही हैं।
छोटा उदेपुर जिले की नसवाड़ी तहसील आदिवासी क्षेत्र हैं, जहां शिक्षा का स्तर कम है। फिलहाल गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं और स्कूल बंद हैं, लेकिन आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को ऊंचा लाने के लिए नसवाड़ी तहसील के आनंदपुरी गांव में हीरल व आशा ने स्कूल शुरू किया है। बारहवीं पास दोनों छात्राओं में से एक तो नसवाड़ी की रहने वाली है, जो करीब एक-डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर पढ़ाने के लिए जाती है।
कक्षा एक से दसवीं तक के करीब ४० आदिवासी विद्यार्थियों को ब्लैकवोर्ड पर पढ़ाती हैं। रोजाना सुबह ८ से ११ बजे तक दोनों छात्राएं बिना किसी स्वार्थ के तीन घंटे का समय बालकों की शिक्षा पर देती हैं।
इतना ही नहीं, अपितु जो बालक समय पर नहीं पहुंचते हैं तो उन्हें बुलाने के लिए घर पर जाती हैं। उनके इस कार्य से गांव के अभिभावक भी खुश हैं।