अहमदाबाद. युगांडा के अंतरराष्ट्रीय मामलों के राज्य मंत्री हेनरी ओकेलो ने कहा कि युगांडा भारत व भारतीय लोगों से काफी प्रेरित है। उन्होंने कहा कि जब भी उन्हें युगांडा के बारे में पूछा जाता है तो लोग ईदी अमीन के बारे में जरूर पूछते हैं, लेकिन वे कहना चाहते हैं कि ईदी अमीन अब नहीं रहे।
वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक सम्मेलन-2019 के तहत अफ्रीका दिवस में उन्होंने कहा कि ओकेलो ने कहा कि ईदी अमीन की मौत को 30 वर्ष से ज्यादा का समय हो चुका है। उनसे जुड़ी युगांडा की यादों को जड़ मूल से भूल जाना चाहते हैं। ईदी का शिकार बनकर व्यापार छोडक़र चले गए भारतीयों को फिर से आमंत्रित करते हैं। अब युगांडा में लोकतांत्रिक सरकार का गठन हो चुका है। युगांडा के त्वरित विकास में गुजरातियों का बहुमूल्य योगदान है।
उल्लेखनीय है कि भारत से विशेषकर गुजरात से काफी सारे लोग व्यापार के लिए युगांडा गए थे, लेकिन ईदी अमीन के तानाशाही पूर्ण रवैए के कारण भारतीयों को युगांडा छोडऩे को मजूबर होना पड़ा था, इनमें से अधिकांश भारतीय ब्रिटेन में स्थायी हो गए।
वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक सम्मेलन-2019 के तहत अफ्रीका दिवस में उन्होंने कहा कि ओकेलो ने कहा कि ईदी अमीन की मौत को 30 वर्ष से ज्यादा का समय हो चुका है। उनसे जुड़ी युगांडा की यादों को जड़ मूल से भूल जाना चाहते हैं। ईदी का शिकार बनकर व्यापार छोडक़र चले गए भारतीयों को फिर से आमंत्रित करते हैं। अब युगांडा में लोकतांत्रिक सरकार का गठन हो चुका है। युगांडा के त्वरित विकास में गुजरातियों का बहुमूल्य योगदान है।
उल्लेखनीय है कि भारत से विशेषकर गुजरात से काफी सारे लोग व्यापार के लिए युगांडा गए थे, लेकिन ईदी अमीन के तानाशाही पूर्ण रवैए के कारण भारतीयों को युगांडा छोडऩे को मजूबर होना पड़ा था, इनमें से अधिकांश भारतीय ब्रिटेन में स्थायी हो गए।