वलसाड/वापी/सिलवासा।दक्षिण गुजरात एवं संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली में मानसून फिर से रफ्तार पकडऩे लगा है। पिछले चौबीस घंटों में वलसाड जिले एवं महाराष्ट्र के सीमावर्ती गांवों में मूसलाधार बारिश हुई। गुरुवार रात को कपराड़ा तहसील में सर्वाधिक साढ़े दस इंच बारिश दर्ज की गई। धरमपुर सहित अन्य तहसीलों में भी बारिश का जोर रहा। इलाके की औरंगा, वाकी और दमण गंगा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को भांपते हुए काश्मीरनगर, तरियावाड़, लीलापुर आदि के निचले इलाकों को खाली करवा दिया है।
वलसाड जिला डिजास्टर विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में वलसाड तहसील में 6 7 मिमी, पारड़ी में 8 0 मिमी, वापी में 8 1 मिमी, उमरगांव में 6 7 मिमी, धरमपुर में 116 मिमी तथा कपराड़ा तहसील में 222 मिमी बारिश हुई। कपराड़ा तहसील में सबसे ज्यादा करीब साढ़े दस इंच बारिश होने से पूरे कपराड़ा पानी-पानी हो गया।
मधुबेन डेम का जलस्तर 72.15 मीटर पहुंच गया है। डेम में 1 लाख, 20 हजार क्यूसेक की दर से पानी भर रहा है। डेम में जलस्तर पर नियंत्रण के लिए शुक्रवार सुबह आठ बजे सभी दस गेट खोल दिए गए। डेम का पानी छोडऩे से दमण गंगा नदी का जलस्तर 5 मीटर बढ़ गया है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार दादरा नगर हवेली संघ प्रदेश में कुल बारिश का आंकड़ा 1500 मिमी पार हो गया है। पिछले 24 घंटे में 143 मिमी बारिश दर्ज की गई। मधुबन डेम में पानी की आवक बढऩे से शुक्रवार सवेरे आठ बजे सभी गेट तीन मीटर ऊंचाई तक खोल दिए गए हैं।