इस मामले में बावला तहसील के चियाडा गांव निवासी किरण सिंह चौहान को पकड़ा गया है। उसे साथ लेकर और फूड एवं ड्रग विभाग की टीम को साथ में रखकर उसके बावला एपीएमसी मार्केट के पीछे स्थित गोदाम से कफ सीरप की 1169 बोतलें जब्त की हैं, जिनकी कीमत एक लाख 28 हजार रुपए है।
इसके अलावा बावला के अल्कापुरी निवासी मिहिर पटेल को भी पकड़ा है। उसके गोदाम से कफ सीरप की 3773 बोतलें बरामद की हंै, जिसकी कीमत चार लाख 44 हजार रुपए है।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि किरण एक साल से बिना लाइसेंस के इन कफ सीरप की फुटकर बिक्री कर रहा था। मिहिर के भाई का मेडिकल स्टोर था, जिसे फूड एवं ड्रग विभाग ने ऐसे ही आरोप के चलते रद्द कर दिया था। उसके बाद से ही मिहिर बिना किसी लाइसेंस के कफ सीरप बेच रहा था। उसने इसे अहमदाबाद के कागडापीठ निवासी भरत चौधरी के पास से खरीदा था।
इसके अलावा बावला के अल्कापुरी निवासी मिहिर पटेल को भी पकड़ा है। उसके गोदाम से कफ सीरप की 3773 बोतलें बरामद की हंै, जिसकी कीमत चार लाख 44 हजार रुपए है।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि किरण एक साल से बिना लाइसेंस के इन कफ सीरप की फुटकर बिक्री कर रहा था। मिहिर के भाई का मेडिकल स्टोर था, जिसे फूड एवं ड्रग विभाग ने ऐसे ही आरोप के चलते रद्द कर दिया था। उसके बाद से ही मिहिर बिना किसी लाइसेंस के कफ सीरप बेच रहा था। उसने इसे अहमदाबाद के कागडापीठ निवासी भरत चौधरी के पास से खरीदा था।