जापान के युद्ध काल के बाद सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले शिंजो आबे की गोली मार कर हत्या कर दी गई। आबे का गुजरात से एक अलग ही जुड़ाव था। वे ऐसे पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष थे जो दो दिनों के भारत दौरे पर सीधे गुजरात आए थे। वर्ष 2017 में गुजरात के दौरे पर आने वाले वे पहले जापानी प्रधानमंत्री थे। उन्होंने अपना भारत दौरा गुजरात से ही शुरु किया था। वे दो दिनों के दौरे पर अहमदाबाद में आयोजित भारत-जापान वार्षिक बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अहमदाबाद व मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की नींव भी रखी थी। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के मुख्य आधारों में से आबे एक थे। उनका इस प्रोजेक्ट में काफी अहम सहयोग था।
अहमदाबाद में किया था भव्य रोड शो प्रधानमंत्री मोदी आबे की अगुवानी करने खुद अहमदाबाद के सरदार वल्लभाई पटेल एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। फिर वहां से लेकर गांधी आश्रम तक दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने भव्य रोड शो किया था। इस दौरान आबे के स्वागत को अहमदाबाद की सडक़ों के दोनों ओर हजारों लोग उमड़े थे।
साबरमती आश्रम में भी आए थे इसके बाद आबे मोदी को लेकर साबरमती आश्रम पहुंचे थे। मोदी ने उन्हें गांधीजी के तीन प्रतीक बंदर भेंट किए थे। साबरमती आश्रम के दौरे के बाद आबे अहमदाबाद की ऐतिहासिक मस्जिद सिदी सैयद की जाली पहुंचे जहां प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें 16वीं शताब्दी के हेरिटेज व वास्तु की जानकारी दी। मोदी खुद प्रधानमंत्री बनने से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कई बार जापान जा चुके हैं।
गुजरात में 50 जापानी कंपनियां कार्यरत गुजरात सहित देश का सबसे अहम प्रोजेक्ट अहमदाबाद व मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन है जिसमें जापान काफी मदद कर रहा है। गुजरात में जापान की करीब 50 कंपनियां कार्यरत हैं जिसमें ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक वाहन, लीथियम बैटरी सहित अन्य सेक्टरों में कार्यरत हैं।
वाइब्रेंट गुजरात का पहला साझीदार देश बना था जापान गुजरात में मुख्यमत्री रहने के दौरान नरेन्द्र मोदी की ओर से वर्ष 2003 में शुरु की गई वाइब्रेंट गुजरात को समर्थन देने वाला जापान पहला देश है। जापान इस सम्मलेन का साझीदार बनने वाला भी पहला देश था।
ऐसे में जापान व गुजरात के बीच भी एक विशेष प्रकार का जुड़ाव व रिश्ता है।
ऐसे में जापान व गुजरात के बीच भी एक विशेष प्रकार का जुड़ाव व रिश्ता है।
एएमए में है जापान सेंटर, आज प्रार्थना सभा अहमदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन (एएमए) में जापान सेंटर है। यहां पर लाइब्रेरी भी है।यहां पर जापान की कला संस्कृति को दर्शाया गया है बल्कि वहां की शिक्षा पद्धति व अहम पुस्तकों का भी संग्रह है। इस सेंटर में वर्ष 2017 में शिंजो आबे व उनकी पत्नी आकी आबे आए थे। शनिवार को यहां पर आबे की स्मृति में प्रार्थना सभा रखी गई है।
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आबे के रूप में आत्मीय स्वजन गंवाया शिंजो आबे के रूप में हमने एक आत्मीय स्वजन गंवाया है। जब वे वर्ष 2017 में अहमदाबाद आए थे तब अहमदाबाद मैनेजमेंट एसोसिएशन (एएमए) के जापान सेंटर पर आबे और उनकी पत्नी आकी आबे साढ़े तीन घंटे तक यहां रहे। आबे ने खुद अपनी पुस्तकों पर ऑटोग्राफ दिया था। उनसे इतनी आत्मीयता हो गई थी जब मैं 2018 में जापान गया तब टोकियो में उनके आवास पर 45 मिनट तक बातचीत हुई।
मुकेश पटेल, अध्यक्ष, इंडो-जापान फ्रेंडशिप एसोसिएशन, गुजरात
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