साबरमती नदी से ३० ट्रक निकाली पूजा सामग्री
अहमदाबाद. शहर के बीच में बहने वाली साबरमती नदी में चले स्वच्छ महाभियान के दौरान निकाले गए लगभग पांच सौ टन (लगभग ५० ट्रक) कूड़े में से तीन सौ टन (लगभग तीस ट्रक) से अधिक पूजा-पाठ में उपयोग करने वाली सामग्री निकली। पांच दिन चले अभियान में साठ हजार से अधिक लोगों ने सफाई मेेंं श्रमदान किया। नदी में कूड़ा फेंकने पर अब जुर्माना लगाया जाएगा।
विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में साबरमती नदी की सफाई को उमड़े जन समुदाय ने पांच दिन में पांच सौ टन कूड़ा चुन-चुन कर निकाल दिया। इस कूड़े में सबसे अधिक पूजा पाठ में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री जैसे चूनरी, नारियल व इसी तरह लाल कपड़े के अलावा प्लास्टिक निकाली गई। एक अनुमान के अनुसार एक तिहाई कूड़ा अर्थात तीन सौ टन सामग्री पूजा पाठ वाली थी। इसके अलावा प्लास्टिक की बोतल, थैली पान मसाले में उपयोग किए जाने वाला प्लास्टिक आदि था। महानगरपालिका प्रशासन ने सचेत किया है कि यदि अब नदी में किसी प्रकार का कूड़ा फेंका गया तो दो सौ रुपए से लेकर पांच सौ रुपए तक का जुर्माना किया जाएगा। यह सफाई शहर में लगभग २३ किलोमीटर नदी के लंबे तट (दोनों किनारों) पर की गई।
सफाई अभियान में न सिर्फ महानगरपालिका के कर्मचारी बल्कि आम लोग और विविध संस्थाओं के लोग भी स्वेच्छिक रूप से जुड़े। पूरे अभियान में करीब साठ हजार लोगों ने श्रमदान किया।
३५० करोड़ के खर्च से बनेंगे एसटीपी
नदी में अनट्रीटेड पानी किसी भी हालत में न गिरे इसके लिए पानी को ट्रीट कर नदी में छोडऩे की कवायद भी शुरू कर दी गई है। महानगरपालिक ने शहर में साढ़े तीन सौ करोड़ के खर्च से छह नए स्वैज ट्रीटमेंट प्लान्ट (एसटीपी) तैयार करने का निर्णय किया है। इनके माध्यम से स्वैज व अन्य दूषित पानी को ट्रीट किया जाएगा। शहर में अन्य एसटीपी के माध्यम से भी पानी को ट्रीट किया जाता है। गौरतलब है कि नदी में प्रतिदिन गिरने वाले लगभग १८ करोड़ लीटर अनट्रीटेड पानी को बंद कर दिया है। किसी भी हालत मेें बिना ट्रीट पानी को नदी में नहीं छोड़ा जाएगा।