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कोटा

फलौदी माता मेला: मेले में हो रही सुख-दुख व रिश्ते की बातें

सुबह-सांय ले रहे कार्यक्रमों का आनंद, मेले में दूरदराज से आए परिवारों को व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए समाज के कई लोग सेवाएं दे रहे हैं

कोटाJan 31, 2017 / 01:03 am

shailendra tiwari

रामगंजमंडी. खैराबाद में फलौदी माता के मेले में दूरदराज से आए मेड़तवाल समाज के लोग मेले का पूरा आनंद ले रहे हैं। मेला परिसर में लगाए गए आवासीय टेंटों में मेल-मिलाप का क्रम चल रहा है। लोग सुबह सांय मेले में आयोजित कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। इन सबके बीच लोगों का प्रतिदिन फलौदी माता को ढोक लगाने का क्रम बना हुआ है। 
मेले में दूरदराज से आए परिवारों को व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए समाज के कई लोग सेवाएं दे रहे हैं। अन्य समाज के लोग भी व्यवस्था संभाले हुए हैं। सुबह धार्मिक कार्यक्रमों से प्रारंभ होने वाले इस मेले में सांस्कृतिक व रात के समय समाज की प्रतिभाओं की ओर से रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जा रही है।
आध्यात्मिक पांडाल में सुबह प्रवचन होते हैं। मेला कार्यालय के पास बनाए गए फलौदी के मंदिर में आरती होती है तो मेला कार्यालय में शिकवे-शिकायत के समाधान का दौर चलता है। सुबह होने के साथ ही कार्यालय में शिकायतें आने लगती हैं। पदाधिकारी इन शिकायतों के समाधान में जुट जाते हैं। कार्यालय रात एक बजे तक खुलता है। आवासीय टेंट में रहने वाले परिवार सुबह होने के साथ अपने आवास की सफाई कर परिचितों की बाट जोहने लगते हैं। 
महिलाएं रिश्तेदारों के यहां पहुंचकर सुख-दु:ख की बातें करती हैं। ये महिलाएं अपने बच्चों के रिश्ते की बात भी करती हैं। दो दिन से युवक-युवतियों को परिचय सम्मेलन ने बांधा हुआ है। परिचय सम्मेलन में जाने की तैयारी में ऐेसे युवक-युवतियों को फिलहाल फुर्सत नहीं है। शाम को भोजन करने के बाद अधिकांश परिवार सांस्कृतिक पांडाल की तरफ चले जाते हैं।
 जहां प्रतिदिन रात सात बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। रात 12 बजे तक कार्यक्रम में परिवारों की मौजूदगी रहती है। कार्यक्रम समाप्ति के बाद सभी परिवार अपने आवास में चले जाते हैं। चाट पकौड़ी व नाश्ते की दुकानों पर सुबह व रात के समय युवक-युवतियों की भीड़ रहती है। बुजुर्ग व नवयुवक प्रतिदिन मां फलौदी के दरबार में ढोक लगाना नहीं भूलते। इसी कारण मंदिर प्रांगण में दिन भर भीड़ रहती है।
मेले में भी पिलाई दवा

पल्स पोलियो अभियान के तहत खैराबाद मेला परिसर में पांच स्थानों पर बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाई गई। चिकित्सा शिविर के सह प्रभारी कमलेश गुप्ता ने यह जानकारी दी।
प्रतिदिन 50 हजार से ज्यादा लोग कर रहे भोजन

मेला परिसर में तीन भोजनशालाएं चल रही हैं। एक भोजनशाला छप्पनभोग स्थल पर संचालित है। इसमें सरकारी कर्मचारियो व पुलिस कर्मियों को भोजन कराया जा रहा है। मेला प्रांगण की शुरुआत में मेड़तवाल समाज गिरिराज भक्त मित्र मंडल के लोगों की ओर से दूसरी भोजनशाला संचालित हो रही है। इसमें लोगों को बैठाकर नि:शुल्क भोजन कराया जा रहा है। 
इस भोजनशाला के प्रभारी हुकमचंद चौधरी का कहना है कि प्रतिदिन सुबह व शाम के समय बीस हजार लोगों को भोजन कराया जा रहा है। मेला कमेटी की तरफ से बनाई गई भोजनशाला में प्रतिदिन सुबह -शाम को तीस हजार लोग भोजन कर रहे हैं।

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