मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के कार्यों को लेकर समीक्षा कर चुके हैं। अहमदाबाद के मोटेरा से गांधीनगर के मोटेरा तक 28.26 किलोमीटर लम्बे इस प्रोजेक्ट के प्रथम चरण की निविदा प्रक्रिया भी जारी की जा चुकी है। इस प्रोजेक्ट के लिए गुजरात सरकार की ओर से पेश प्रस्ताव को भी भारत सरकार ने मंजूरी दी है।
सूत्रों के अनुसार मोटेरा से महात्मा मंदिर-गांधीनगर तक इस मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का निर्माण शीघ्र शुरू होगा। मृदा परीक्षण और निविदा प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब अगले वर्ष जनवरी तक जमीनीस्तर पर काम नजर आने लगेगा। यह प्रोजेक्ट मार्च -2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रोजेक्ट दो चरणों में होगा, जिसमें पहलेचरण में अहमदाबाद से गांधीनगर में महात्मा मंदिर तक और दूसरे चरण में गिफ्ट सिटी तक मेट्रो दौड़ाई जाएगी। मेट्रो ट्रेन के लिए एलीवेटेड कोरिडोर बनेगा, जिसमें मोटेरा से कोटेश्वर रोड, विश्वकर्मा कॉलेज, तपोवन सर्कल, नर्मदा नहर, कोबा सर्कल, जूना कोबा और कोबा गांव स्टेशन बनेंगे। जीएनएलयू पर इन्टरचेंज होगा, जहां से पीडीपीयू और गिफ्ट सिटी स्टेश बनेंगे। इसके अलावा 6.4 किलोमीटर में एलीवेटेड कोरिडोर होगा, जिसमें पांच स्टेशन रायसण, रांदेसण, धोलाकुआं सर्कल, इन्फोसिटी, सेक्टर-1 होगा। एक अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। संभवत: अगले वर्ष जनवरी तक सिविल वर्क प्रारंभ हो जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के चलते अहमदाबाद एवं गांधीनगर ‘मास रेपिड ट्रांसपोर्टÓ सुविधा से जोड़ा जाएगा। इससे दोनों शहरों के लोगों को आसान परिवहन सुविधा मिलेगी। यही नहीं वायु प्रदूषण रुकेगा और यातायात समस्या से निजात मिलेगा और हादसे भी घटेंगे।