इस मामले में दो और आरोपियों के नाम का खुलासा हुआ है। इन दोनों आरोपियों के घर पर भी क्राइम ब्रांच ने दबिश देकर जांच शुरू की है। फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं। इन दोनों आरोपियों के विरुद्ध भी लुक आउट नोटिस जारी किया जाएगा। वांछित चारों आरोपी डॉ.संजय पटोलिया, सीईओ चिराग राजपूत, राजश्री कोठारी विदेश नहीं भाग हैं, उनके देश में ही होने की आशंका है। कार्तिक पटेल पहले से ही विदेश में है।
क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) शरद सिंघल ने संवाददाताओं को बताया कि इस मामले में ख्याति मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के सीईओ राहुल जैन और मार्केटिंग मैनेजर मिलिंद पटेल की भी लिप्तता सामने आई है। उनकी भूमिका को देखते हुए उन्हें भी आरोपी बनाया गया है। हालांकि यह दोनों भी फरार हैं, लेकिन इनके घरों पर भी जांच की जा रही है।सिंघल ने बताया कि 10 नवंबर को अस्पताल की ओर से महेसाणा जिले की कडी तहसील के बोरीसणा गांव में जो मेडिकल शिविर लगाया गया था। वह शिविर आयोजित करने में और फिर मरीजों को अस्पताल लाकर डॉ.प्रशांत वजीराणी से एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी कराने के मामले में सीईओ राहुल जैन और मिलिंद पटेल भी शामिल थे। ऐसे में उन्हें भी आरोपी बनाया गया है। गांव के शिविर में कौन-कौन उपस्थित था और किन लोगों ने जांच कराई थी उनका भी पता चला है। मरीजों की फाइलों को जब्त किया है।