कोरोना काल में पुलिस ने भटकती मिली महिला को पहुंचाया घर, सुरक्षा के साथ लेकर पहुंचे नागपुर
जामनगर. शहर के खंभालिया गेट स्थित खीजडा मंदिर के पास १६ नवंबर को यूं ही भटकती मिली एक महिला को जामनगर पुलिस ने सुरक्षा के साथ उसके महाराष्ट्र नागपुर स्थित घर पहुंचा। कोरोना संक्रमण काल में परिजनों के साथ उसके घर जाकर मिलन कराने से परिजन पुलिस के इस कार्य पर काफी खुश हुए।
इस महिला की मानसिक हालत ठीक नहीं है। यह बिना बताए ही अपने नागपुर के यशोधरानगर पुलिस थाना इलाके में स्थित घर से निकल गई थी। वहां से जामनगर आ पहुंची। दरअसल इस महिला का विवाह जामनगर के हापा इलाके में स्थित एक युवक से हुआ था, लेकिन करीब 10 महीने पहले दोनों का तलाक हो गया। महिला के यूं ही भटकते मिलने पर १८१ की टीम उसे लेकर सखी वन स्टोप सेंटर पहुंचीं। यहां महिला के मानसिक स्थिति का उपचार कराया गया। उसकी काउंसलिंग की गई। महिला के बताने पर यशोधरानगर थाना पुलिस की मदद सेपरिजनों का संपर्क किया। इस बीच पूर्व पति को भी महिला पुलिस थाने की पीएसआई आर बी गढवी ने खोज निकाला, लेकिन तलाक हो जाने से उसने साथ ले जाने से इनकार कर दिया। पूर्व पति की मदद से महिला की मां और बड़ी बहन का नंबर लिया और संपर्क किया। एसपी दीपन भद्रन की ओर से पुलिस सुरक्षा में महिला को नागपुर भेजने को मंजूरी दे दी गई। जिस पर सखी वन स्टोप केन्द्र की संचालक रंजन बेन राठौड़ और कांस्टेबल चांदनी गागडिया, धारा चोटलिया महिला को लेकर उसके नागपुर में स्थित घर लेकर पहुंचे । उसे सुरक्षित घर पहुंचाकर उसके परिजनों से मिलाया। जामनगर गांधीनगर स्टेशन के मास्टर एच के सिंह की मदद से महिला को भेजने के लिए फेस्टिव ट्रेन में टिकट बुक करवाई थी।