अहमदाबाद

गुजरात यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी, सायक्लॉजी, गुजराती विषयों की बढ़ी मांग

राजनीति विज्ञान, इतिहास, इकॉनोमिक्स, समाजशास्त्र की भी कदर
 

अहमदाबादJun 23, 2019 / 08:09 pm

nagendra singh rathore

गुजरात यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी, सायक्लॉजी, गुजराती विषयों की बढ़ी मांग

अहमदाबाद. गुजरात विश्वविद्यालय (जीयू) में बेशक बीएससी पाठ्यक्रम का क्रेज घट रहा हो, लेकिन बात करें यदि बेचलर ऑफ आट्र्स (बीए) की तो परिस्थिति स्थिति अलग है। बीए कोर्स के दिन बहुर रहे हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि बीए कोर्स में प्रवेश पाने के लिए इस साल १२३९७ विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जो बीते साल 10 हजार के करीब था। रजिस्ट्रेशन के लिहाज से करीब दो हजार से अधिक का इजाफा है। रिक्त रहने वाली सीटों की भी बात करें तो बीकॉम, बीबीए, बीसीए की तुलना में स्थिति अच्छी है। बीते साल सभी चरण की प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद महज दो हजार सीटें ही रिक्त रही थीं।जीयू में ३९ कॉलेजों में बीए की १४३५४ सीटें उपलब्ध हैं।
जीयू में अंग्रेजी, सायक्लॉजी, गुजराती विषय से बीए की ज्यादा मांग बढ़ी है। इसके बाद यदि बात करें तो राजनीति विज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र विषय हैं। इन विषयों की ज्यादातर सीटें भर ही जाती हैं।
इसकी मुख्य वजह जीयू में सभी ३९ कॉलेज ग्रांटेड हैं। फीस कम है। बीए की प्रवेश प्रक्रिया भी ऑनलाइन होने से ज्यादा लोगों को इसका समय से पता चलता है। जीयू प्रवेश समिति भी 12वीं सामान्य संकाय का रिजल्ट आने से पहले अहमदाबाद गांधीनगर के कॉलेजों में मार्गदर्शन शिविर करती है।
सिविल सेवा, प्रतियोगी परीक्षा और डिजिटलाइजेशन से बढ़ी मांग
बीते करीब तीन सालों से बीए की मांग जीयू में बढ़ी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि काफी लोग सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, जिसके चलते अंग्रेजी, गुजराती, इतिहास, समाजशास्त्रा, राजनीति शास्त्र की मांग बढ़ी है। अर्थशास्त्र और सायक्लॉजी की भी अच्छी डिमांड है। कई युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ बीए करना पसंद कर रहे हंै। यह खर्चीला भी कम है और सिविल सेवा परीक्षा में तैयारी के लिहाज से अहम भी है। इसके अलावा डिजिटलाइजेशन के युग में गुजराती से अंग्रेजी, अंग्रेजी से गुजराती विषय की भी मांग बढ़ी है। प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन होने का भी असर है। सभी कॉलेज ग्रांटेड हैं, जिससे फीस भी कम ही है।
-प्रो.जयेश सोलंकी, ओएसडी, बीए प्रवेश समिति, जीयू
विदेश जाने वालों के चलते बढ़ी अंग्रेजी की मांग
बड़ी संख्या में विद्यार्थी विदेश जाने के लिए भी तैयारी करते हैं, जिसके चलते भी अंग्रेजी विषय से बीए की मांग बढ़ी है। डिजिटलाइजेशन के जमाने में कंटेट की मांग बढ़ी है। फिर स्कूल से लेकर कॉलेज तक अंग्रेजी का सभी में क्रेज है।
-प्रो.नितेश सोलंकी, एसोसिएट प्रोफेसर, सी.यू.शाह, अहमदाबाद

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