प्लांट के दोहरे लाभ
ऐसे में यह प्लांट दोहरा लाभ देने वाला है। एक तो कूड़े के जमा होने के चलते बनने वाले पहाड़ को यह नहीं बनने देगा वहीं दूसरी ओर बिजली का उत्पादन भी करेगा।अहमदाबाद के पीपलज में इस प्लांट को सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) से तैयार किया गया है। इसका लोकार्पण होने के साथ ही शुक्रवार से यह कार्यरत भी हो गया है। अहमदाबाद महानगरपालिका की ओर से शहर में एकत्र किए जाने वाले हजारों टन कूड़े के निराकरण में यह प्लांट काफी सहायक सिद्ध होगा। कूड़े को कलेक्ट कर पिराणा में डंप किया जाता है। मनपा ने इस कूड़े का निराकरण का रास्ता पीपीपी स्तर पर भी करने का निर्णय किया है। इससे शहर स्वच्छ तो बनेगा ही साथ ही बिजली भी उत्पन्न होगी। जिससे पर्यावरण को बनाए रखने की दिशा में योगदान मिलेगा।
ऐसे उत्पन्न होगी बिजली
पीपलज में लगभग 375 करोड़ रुपए के खर्च से तैयार प्लांट में कूड़े का निराकरण करते समय आरडीएफ बेस मार्टिन रिवर्स ग्रेट फायरिंग टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी। उस दौरान बॉयलर में स्टीम (भाप) जनरेट होगी। इस भाप से टर्बाइन के जरिए 15 मेगावॉट बिजली प्रति घंटे उत्पन्न होगी। इसे पॉवरग्रिड में सप्लाई भी किया जा सकेगा।