यह तथ्य लोकसभा में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से पेश किए गए आंकड़ों में सामने आए हैं। लोकसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में पेश किए गए वर्ष 2019-20, 20-21, 21-22, 2022-23 और 2023-24 के आंकड़ों में गुजरात में ही सबसे ज्यादा नेशनल हाईवे की मरम्मत, रखरखाव और बेहतरी के कार्य किए जाने का रेकॉर्ड दिया गया है।
हर साल औसतन 3 हजार किमी एनएच की मरम्मत
मंत्रालय की ओर से पेश किए गए 5 साल के आंकड़ों के तहत गुजरात में हर साल औसतन 3 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे की मरम्मत की जा रही है। यह सिलसिला लगातार पांच सालों से जारी है। वर्ष 2023-24 की बात करें तो देशभर में 36503 किलोमीटर नेशनल हाईवे की मरम्मत की गई। इसमें से सबसे ज्यादा 2998 किलोमीटर नेशनल हाईवे की मरम्मत का कार्य गुजरात में किया गया। 2775 किलोमीटर के साथ आंध्रप्रदेश दूसरे स्थान पर और 2460 किलोमीटर के साथ उत्तरप्रदेश तीसरे स्थान पर है। 2344 किलोमीटर के साथ राजस्थान चौथे स्थान पर है। कर्नाटक 2021 किलोमीटर के साथ पांचवें स्थान पर है।00000देश में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 1.46 लाख किमीदेश में एक लाख 46 हजार 195 किलोमीटर लंबाई के नेशनल हाईवे का नेटवर्क है। इसमें से मौजूदा वित्तीय वर्ष में केवल 816 किलोमीटर का ही नेशनल हाईवे क्षतिग्रस्त हुआ है।
इस वर्ष एनएच की मरम्मत में 6523 करोड़ हुए खर्च
मंत्रालय की ओर से देश के राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत, रखरखाव के लिए 2023-24 में 6581 करोड़ आवंटित किए थे, जिसमें से 6523 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इससे पहले 2022-23 में 6510 करोड़ में से 6278 करोड़ खर्च किए गए। 2021-22 में 5214 करोड़ में से 5135 करोड़ खर्च किए गए। गुजरात में इस वर्ष इतने किमी एनएच की मरम्मत
वर्ष-मरम्मत किमी
2019-20-2998
2020-21-3092
2021-22-3130
2022-23-3429
2023-24-2998
(स्त्रोत: लोकसभा में पेश आंकड़े)