जीटीयू के कुलसचिव डॉ. के एन खेर ने बताया कि बीई के सेमीकंडक्टर क्षेत्र से जुड़ी कोर ब्रांच यानी इलेक्टि्रकल, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग ब्रांच के विद्यार्थियों को यह पेपर प्रोफेशनल इलेक्टिव के रूप में विषय ऑफर किया जाएगा। इससे उन्हें चिप निर्माण उद्योग की शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षण भी मिलेगा। माइक्रॉन कंपनी की ओर से जीटीयू की 10 छात्राओं को प्लेसमेंट भी दिया गया है।
ऑनलाइन भी लगेगी क्लास
जीटीयू के उद्योग सहयोग निदेशक डॉ,केयूर दर्जी ने बताया कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में विश्व की अग्रणी सेमीकंड्कटर कंपनी माइक्रॉन के एक्सपर्ट जीटीयू के विद्यार्थियों को सेमीकंडक्टर एसेंबलिंग व टेस्टिंग की शिक्षा देंगे। इसके लिए ऑनलाइन क्लास भी लगेगी, ताकि अमरीका, मलेशिया व अन्य देशों में बैठे कंपनी के विशेषज्ञ विद्यार्थियों को शिक्षा दे सकें। कॉलेज के प्रोफेसर भी पढ़ाएंगे और संयोजक की भूमिका निभाएंगे।
34 इंजीनियरिंग कॉलेजों के 127 प्रोफेसरों ने लिया प्रशिक्षण
कुलसचिव ने बताया कि अमरीकी कंपनी माइक्रॉन के साथ एक करार के तहत यह विषय पढ़ाने को दो महीने तक प्रोफेसरों को प्रशिक्षण दिया गया। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में 34 इंजीनियरिंग कॉलेजों के 127 प्रोफेसरों ने इसमें हिस्सा लिया।
खुलेंगे नौकरी के द्वार
माइक्रॉन के साथ मिलकर ऑफर किए जाने वाले इस पेपर में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को कंपनी में इंटर्नशिप और फिर नौकरी की संभावना रहेगी। इसलिए सेमेस्टर-6 में इसका पेपर ऑफर किया जा रहा है। कंपनी सेमेस्टर-7 के विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट प्रक्रिया शुरू कर देती है। ऐसे में सेमेस्टर-7 और 8 के दौरान उन्हें बेहतर प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। विद्यार्थी अपनी डिग्री पूरी करेंगे और तब तक उन्हें नौकरी भी मिल जाएगी।