Gir Sanctuary: कल से खुलेगा सासण-गिर अभ्यारण्य
राजकोट/जूनागढ़. एशियाई शेरों के एकमात्र शरणगाह स्थल माने जाने वाला जूनागढ़ जिले का सासण- गिर अभ्यारण्य शनिवार से खुलेगा। चार महीने के मानसून अवकाश के बाद यह अभ्यारण्य एक बार पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थल होगा।
मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) दुष्यंत वसावडा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस काल में कोविड-19 के सभी दिशानिर्देश लागू किए जाएंगे। पहले एक वाहन में छह लोगों के बैठने की इजाजत दी जाती थी, लेकिन अब इसमें बदलाव करते हुए तीन लोगों को ही बैठने को मिल सकेगा। बस में 50 फीसदी पर्यटकों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने दिया जाएगा।
सासण के उप वन संरक्षक (डीसीएफ) मोहन राम ने बताया कि चार महीने के मानसून सीजन के बाद शनिवार से सासण सिंह सदन पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।
सिंह सदन समेत हर जगह पर सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सावधानी बरती जाएगी। नए नियमों के अनुसार 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग को अभ्यारण्य में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वन विभाग ने पर्यटकों के लिए टिकट की बुकिंग भी शुरू कर दिया है। मानसून के बाद जंगल में चारों ओर फैली हरियाली के बीच विचरते वन्य प्राणियों को देखने के लिए हर साल पर्यटक उमड़ते हैं। कोरोना काल में इस पर्यटन उद्योग पर भी संकट के बादल मंडराए थे। लेकिन इस वर्ष में इसमें सुधार की उम्मीद है। इसके साथ ही जूनागढ़ के गिरनार सफारी पार्क भी पर्यटकों के लिए शनिवार से खोल दिया जाएगा।