कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला कलक्टर की ओर से 10 से 13 अगस्त तक द्वारकाधीश के जगत मंदिर में बाहरी श्रद्धालुओं के प्रवेश एवं दर्शन करने पर रोक लगाई है। लेकिन मंदिर के पुजारी जन्माष्टमी पर्व को हर्षोल्लास से मनाने की तैयारी में जुट गए हैं।
जन्माष्टमी के दिन बुधवार 12 अगस्त को सुबह छह बजे मंगला आरती होगी। भगवान को सुबह आठ बजे स्नान कराया जाएगा। अभिषेक दर्शन एवं श्रीजी की श्रृंगार आरती सुबह 11 बजे होगी। मंदिर के पट दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक बंद रहेंगे।
श्रीजी के उत्थापन दर्शन शाम पांच बजे होंगे।संध्या आरती सात बजे और शयन आरती रात आठ बजे होगी। उसके बाद रात नौ बजे भगवान के दर्शन बंद होंगे। श्रीजी के जन्मोत्सव की आरती रात्रि 12 बजे होगी। श्रीजी के शयन दर्शन मध्यरात्रि बाद दो बजे होंगे।
13 अगस्त को गुरुवार को पोरणा नोम के चलते पारणा दर्शन सुबह सात बजे होंगे। सुबह 10.30 से शाम पांच बजे तक दर्शन बंद रहेंगे। शाम की आरती का समय शाम पांच बजे होगा। संध्या आरती रात्रि साढ़े सात बजे होगी। शयन आरती रात्रि साढ़े आठ बजे होगी और दर्शन रात्रि साढ़े नौ बजे बंद होंगे।