करीब 5 हजार वर्ष पुराना हड़प्पाकालीन शहर धोलावीरा अब तक यूनेस्को की संभावित हेरिटेज सूची में शामिल था। कच्छ के रण यानी नमक के रेगिस्तान में स्थित खडीर बेट द्वीप में बसा धोलावीरा लगभग 5000 वर्ष पुराने श्रेष्ठ सुनियोजित नगर रचना की एक अनूठी मिसाल है।
1967-68 में हुई थी खुदाई धोलावीरा की प्राचीन हड़प्पा नगरी सभ्यता के अवशेष मौजूद हैं। भुज से लगभग 200 किलोमीटर उत्तर में यह स्थल कर्क रेखा पर स्थित है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से यहां पर पुरातत्व की शोध में पता चला कि यह हड़प्पा के पांच बड़े स्थलों में शामिल है। इसे तब के सबसे बड़े शहरों में एक माना जाता था।
एएसआई की ओर से इस स्थल को वर्ष 1967-68 में खुदाई के दौरान खोजा गया था।
एएसआई की ओर से इस स्थल को वर्ष 1967-68 में खुदाई के दौरान खोजा गया था।