आणंद/अहमदाबाद. एशिया के सबसे धनी व समृद्ध गांवों में शुमार धर्मज गांव में पिछले 15 वर्षों में पहली बार कोरोना के चलते वर्चुअल धर्मज दिवस का आयोजन किया जाएगा। आणंद जिले की पेटलाद तहसील के इस गांव में इस बार यह आयोजन ऑनलाइन होगा।
धर्मज दिवस के आयोजक धरोहर फाउंडेशन-धर्मज के स्थापक राजेश पटेल ने बताया कि कोरोना के चलते एनआरआई अपने गांव नहीं आ सके। वहीं सरकार के कोरोना के दिशानिर्देशों के तहत इस वर्ष धर्मज दिवस का आयोजन वर्चुअल तरीके से होगा।
उद्देश्य युवा पीढ़ी को जड़ों से जोडऩा धर्मज दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विदेशों में बसने वाली युवा पीढ़ी में संस्कार का सिंचन होता है। यहां की चौथी पीढ़ी फिलहाल विदेशों में रहती है। अच्छे संस्कारों के लिए यहां के बुजुर्गों ने बच्चों को जड़ों से जोडऩे को लेकर इस बात की आयोजन की बात सोची। इस दिन विश्व के कोने-कोने से रहने वाले लोग अपने गांव पहुंच जाते हैं। लेकिन इस बार कोरोना के चलते ऑनलाइन संदेश दिया जाएगा।