कैंसर के उपचार में कीमोथेरेपी (केमिकल से ट्रीटमेंट) और रेडियोथैरेपी (रेडिएशन देकर उपचार) देना जरूरी है। इससे कैंसर कोशिकाओं (सेल) के डीएनए नष्ट होते हैं, लेकिन अभी साथ में सामान्य कोशिकाओं के डीएनए भी नष्ट हो जाते हैं। कैनिस प्रोटीन डीएनए की फिर से मरम्मत कर देता है। इस दौरान वो कैंसर कोशिकाओं के डीएनए को भी फिर से मरम्मत कर देता है। इससे अभी तक कैंसर खत्म करने में हमें सफलता नहीं मिल रही है। लेकिन शोध कर जिन दवाई के 5 सैम्पल तैयार किए हैं उनकी सैम्पल की मदद से कैंसर कोशिकाओं के डीएनए को मरम्मत करने से कैनिस प्रोटीन, एटीआर/ एटीएम को रोका जा सकता है। ये दवाई के सैम्पल कैंसर कोशिकाओं के डीएनए को प्रोटीन को मरम्मत नहीं करने देते हैं, जिससे कैंसर कोशिकाओं के डीएनए नष्ट हो जाएंगे, जो इसके उपचार में सबसे जरूरी हैं। जबकि अच्छी कोशिकाओं के डीएनए की मरम्मत की जा सकेगी।
इस दवाई के जरिए किए गए चूहे व श्वान जैसे पशुओं पर ट्रायल में शरीर के कुछ हिस्से में इसका प्रयोग करने पर उत्साहवर्धक परिणाम मिले हैं। अन्य हिस्सों एवं क्लीनिकल ट्रायल बाकी है जिसमें परिणाम बेहतर मिलने की उम्मीद बंधी है।
प्रोफेसर सिवप्रिया, आईआईटी-गांधीनगर