अहमदाबाद/उत्तरसंडा. अहमदाबाद और मुंबई के बीच दौड़ने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन के लिए आणंद-नडियाद के बीच स्टेशन का निर्माण कार्य तेज रफ्तार से चल रहा है। खेड़ा जिले के उत्तरसंडा गांव में इस हाई स्पीड रेल (एचएसआर) का स्टेशन बनेगा। इसके लिए यहां रेल लेवल का काम तेजी से चल रहा है। गुजरात में अहमदाबाद शहर के साबरमती और कालूपुर स्थित एचएसआर स्टेशन के बाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का पहला स्टेशन आणंद-नडियाद के बीच होगा। साबरमती से चलकर बुलेट ट्रेन अहमदाबाद के बाद पहली बार करीब 62 किलोमीटर की दूरी तय कर उत्तरसंडा एचएसआर स्टेशन पर रुकेगी। वहां से वडोदरा, सूरत होते हुए मुंबई पहुंचेगी।
आणंद रेलवे स्टेशन से 16, नडियाद से 14 किमी दूर शनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) की ओर से मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) कॉरिडोर का निर्माण करवाया जा रहा है। उत्तरसंडा गांव का एचएसआर स्टेशन आणंद रेलवे स्टेशन से 16 किलोमीटर और खेड़ा जिले के मुख्यालय नडियाद के रेलवे स्टेशन से 14 किमी और नडियाद बस स्टेशन से 9 किलोमीटर दूर है। यह उत्तरसंडा रेलवे स्टेशन से 600 मीटर दूर है वहीं नेशनल हाइवे से 500 मीटर की दूरी पर है।
श्वेत क्रांति के डिजाइन से ओत-प्रोत होगा स्टेशन बुलेट ट्रेन के इस स्टेशन का डिजाइन दूध के श्वेत क्रांति से ओत प्रोत होगा। ज्ञात हो कि अमूल डेयरी की शुरुआत तत्कालीन खेड़ा जिले में हुई थी। बाद में खेड़ा से अलग होकर आणंद जिला बना, लेकिन दोनों जिलों की जिला सहकारी संघ अमूल ही रही। हालांकि जिला अलग-अलग होने के बाद अब बुलेट ट्रेन के स्टेशन के रूप में इसका नाम आणंद-नडियाद फिर एक हो जाएगा।
यह होंगी सुविधाएं ग्राउंड फ्लोर से प्लेटफॉर्म के शीर्ष लेवल की कुल ऊंचाई 26.66 मीटर होगी। प्लेटफॉर्म दोनों तरफ होगा। कोनकोर्स लेवल पर वेटिंग एरिया और बिजनेस लॉउन्ज, रेस्ट रूम, नर्सरी, दुकानें, कियोस्क, टिकट काउंटर व कस्टमर केयर की सुविधा होगी। ग्राउंड लेवल पर पार्किंग सुविधा, पेडेस्टेरियन प्लाजा, सिक्युुरटी चेक, लिफ्ट, सीढि़यां व एस्केलेटर होंगी।
रेल लेवल निर्माण कार्य उत्तरसंडा गांव के रेलवे स्टेशन से करीब 600 मीटर की दूरी पर बुलेट ट्रेन के लिए निर्माणाधीन स्टेशन पर रेल लेवल का निर्माण कार्य चल रहा है। फिलहाल यहां बड़ी संख्या में सीमेंट की बोरियां, लोहे के सरिये, रेत सहित निर्माण सामग्री पड़ी है। प्रोजेक्ट इंजीनियर व बड़ी संख्या में मजदूर भी कार्यरत हैं। बड़ी-बड़ी क्रेन, जेसीबी सहित मशीनें और सीमेंट-कंक्रीट मिक्स करने की मशीनों के मार्फत काम रफ्तार में जारी है।
कॉनकोर्स लेवल का काम पूरा एनएचएसआरसीएल के अनुसार यहां अब तक रेल लेवल स्लैब का 150 मीटर कार्य पूरा हो चुका है। कॉनकोर्स लेवल स्लैब का 425 मीटर का कार्य भी पूरा हो चुका है। एमएएचएसआर कॉरिडोर पर यह पहला एचएसआर स्टेशन है जहां पर कॉन्कोर्स लेवल (स्टेशन का पहला स्तर) पूरा किया गया है। इस स्टेशन पर 425 मीटर लंबे कॉनकोर्स लेवल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसके लेवल स्लैब की शुरुआत सितंबर 2022 में हुई थी जो अप्रेल के मध्य में पूरी हो गई।
पेटलाद नहर पर 45 मीटर लंबे एसबीएस स्पैन से वायाडक्ट आणंद जिले की पेटलाद नहर (माही नदी की सिंचाई नहर) पर 45 मीटर लंबे एसबीएस (स्पैन बाई स्पैन) से एमएएचएसआर वायाडक्ट का निर्माण किया गया। फुल स्पैन लॉन्चिंग मैथड़ संभव नहीं होने की वजह से एसबीएस मैथड़ का इस्तेमाल किया गया। जल प्रवाह को बाधित न करते हुए नहर के ऊपर 45 मीटर लम्बा स्पैन बनाने के लिए 19 सेग्मेंट्स को एक साथ जोड़ा गया। आगे के वायाडक्ट के निर्माण के लिए 1000 मीट्रिक टन फुल स्पैन गर्डर को एसबीएस स्पैन के ऊपर ले जाया गया।
पापड़-मठिया के लिए प्रसिद्ध है उत्तरसंडा उत्तरसंडा गांव पाप़ड़-मठिया के लिए जाना जाता है। 10 हजार की आबादी वाले इस गांव के पापड़-मठिया अमरीका , कनाडा और विश्व के दूसरे देशों में जाते हैं। यहां पर करीब 35 छोटी इकाइयां हैं। दीवाली के दौरान इनका व्यापार करो़ड़ों रुपए का होता है।
तेजी से जारी काम बुलेट ट्रेन के स्टेशन का काम बहुत स्पीड में चल रहा है। काफी सारा काम आणंद और नडियाद के बीच में चल रहा है। दोनों शहरों के बीच उत्तरसंडा गांव में यह स्टेशन बन रहा है। बुलेट ट्रेन से काफी सारा फायदा होने वाला है।
मितेश पटेल, सांसद, आणंद