पकड़े गए आरोपियों में अविनाश कुमार महतो (19) और श्यामकुमार कुर्मी (26) शामिल हैं। दोनों मूलरूप से झारखंड के साहेबगंज जिले के रहने वाले हैं। अविनाश महाराजपुर नया टोला निवासी है, जबकि श्याम तीन पहाड़ बावपुर नीचा टोला का रहने वाला है। दोनों ही अभी सूरत में रेलवे स्टेशन के आसपास किराए के मकान में रहते थे।
चोरी करने वालों को प्रति माह 25 हजार देते
आरोपियों की पूछताछ में सामने आया कि पकड़े गए आरोपी अविनाश का बड़ा भाई पिन्टू महतो और उसके ही गांव का रहने वाला राहुल महतो गिरोह के सरगना हैं। ये दोनों काफी समय से गुजरात के शहरों से मोबाइल फोन की चोरी करते हैं। दोनों ने गांव व आसपास के युवकों को भी मोबाइल फोन की ट्रेनिंग देकर गिरोह बनाया है। मोबाइल फोन चोरी करने आने वाले को प्रति माह 25 हजार रुपए देते थे। सूरत रेलवे स्टेशन के पास किराए पर कमरा दिलाकर वहां पर ठहराया। इन दोनों के बताए शहरों में जाकर चोरी करते।
लॉक खुलवाकर बांग्लादेश, नेपाल में बेचते
आरोपी गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, आणंद जैसे शहरों से मोबाइल फोन चोरी करते फिर उसे लेकर झारखंड के साहेबगंज जिले में स्थित महाराजपुर नया टोला गांव जाते। वहां पर ये शेखर महतो नाम के टेक्नीशियन के पास से मोबाइल का लॉक खुलवाते थे। उसके बाद इन मोबाइल फोन को बांग्लादेश तथा नेपाल में ले जाकर बेच देते थे। इससे फोन जल्द ट्रेस नहीं होता था।
टीम में चार से पांच व्यक्ति, एक दूर बैग लेकर खड़ा होता
जांच में सामने आया कि आरोपियों की टीम में चार से पांच व्यक्ति होते हैं। एक व्यक्ति बैग लेकर भीड़ से कुछ दूर खड़ा रहता था। भीड़ से मोबाइल चोरी करने के बाद आरोपी अपने साथी को फोन दे देते थे। वह साथी दूर खड़े अन्य साथी को फोन दे देता, जिसे वह थैले में रख लेता। आरोपी फिर चोरी करने चले जाते, यदि कोई पकड़ा जाता तो अन्य सभी साथी फरार हो जाते।