5 साल बाद कोंगो बुखार से प्रौढ़ की मौत
पुणे की प्रयोगशाला से आई रिपोर्ट पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट जामनगर. शहर के एक प्रौढ़ पशुपालक की कोंगो बुखार से मौत हो गई। 5 साल बाद शहर में कोंगो बुखार का यह पहला मामला है।शहर के पंचेश्वर टावर क्षेत्र में रहने वाले 51 साल के पशुपालक मोहन की कोंगो बुखार से मौत हो गई। शहर […]
पुणे की प्रयोगशाला से आई रिपोर्ट पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
जामनगर. शहर के एक प्रौढ़ पशुपालक की कोंगो बुखार से मौत हो गई। 5 साल बाद शहर में कोंगो बुखार का यह पहला मामला है।
शहर के पंचेश्वर टावर क्षेत्र में रहने वाले 51 साल के पशुपालक मोहन की कोंगो बुखार से मौत हो गई। शहर में पांच साल बाद दर्ज हुए इस मामले ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है।
मरीज को 21 जनवरी को जीजी में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान सोमवार रात उसकी मौत हो गई। पुणे स्थित प्रयोगशाला में भेजे गए नमूने में की रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई और मरीज को कोंगो बुखार की पुष्टि हुई।
जामनगर मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त डीन डॉ. एस एस चटर्जी के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में शहर में यह पहला मामला सामने आया है।
कोंगो बुखार पशुओं में रहने वाले कीट से मनुष्यों में फैलता है। यह बीमारी मुख्य रूप से पशुपालकों में देखी जाती है, जिसमें हनीमोरल नामक परजीवी गायों और भैंसों के शरीर पर मौजूद कीट के माध्यम से मानव शरीर में प्रवेश करता है। इस रोग के मुख्य लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, चक्कर आना, सिरदर्द और पीठ दर्द, आंखों में जलन और गले में खराश शामिल हैं।
जामनगर मनपा और जी जी अस्पताल की स्वास्थ्य टीम ने पूरे क्षेत्र में निगरानी की है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार यह बीमारी संक्रामक या वायरल नहीं है, इसलिए नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है।Hindi News / Ahmedabad / 5 साल बाद कोंगो बुखार से प्रौढ़ की मौत