इस पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। ग्रामीणों रास्ता जाम कर दिया, पुलिस सहित दो वाहन को आग लगा दी। गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के 120 सेल छोड़ने पड़े। लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार सुबह गामड़ी गांव निवासी बदरसिंह प्रतापसिंह परमार रोजाना की तरह डेयरी में दूध देने जा रहा था। इस दौरान राजमार्ग पर अज्ञात वाहन ने बदरसिंह को कुचल दिया। गंभीर रूप से घायल बदरसिंह की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद वाहन सहित चालक फरार हो गया।
रास्ता रोकने से लंबा ट्रैफिक जाम
हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंच गई और पथराव शुरू कर दिया। यहां से गुजरने वाले वाहनों को रोकने के लिए सड़क पर टायर, पेड़ों की टहनियों और पत्थरों के बैरिकेड्स रख दिए गए और रास्ता बंद कर दिया गया। इसके चलते वाहनों की पांच किलोमीटर से अधिक लंबी लाइनें लग गईं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद ट्रैफिक जाम को खुलवाया।
दो साल से ओवरब्रिज बनाने की मांग कर रहे हैं ग्रामीण
हाईवे पर ओवरब्रिज बनाने की ग्रामीणों की ओर से काफी समय से मांग की जा रही है। यहां आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं, लेकिन इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया। लोगों ने आरोप लगाया कि हादसों में गांव के कई लोगों की मौत हो चुकी है। प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा। ग्रामीणों ने दो साल पहले राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के समक्ष लिखित एवं मौखिक प्रस्ताव दिया था कि एक अंडरब्रिज या ओवरब्रिज बनाया जाए।
पुलिस के वाहन को भी लगाई आग
सूचना मिलते ही गांभोई पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया। स्थिति को बिगड़ते देख जिला पुलिस अधीक्षक विजय पटेल, उपाधीक्षक ए के पटेल, सहित अन्य थानों की पुलिस टीमें भी मौके पर पहुंचीं। ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की गई। वे नहीं मानें और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया, पुलिस ने आंसू गैस के सेल 120 छोड़े गए और लाठीचार्ज भी किया गया। भीड़ ने पुलिस के वाहन और एक अन्य वाहन को आग लगा दी। सड़क पर टायर जला दिए।
तीन घंटे तक जाम, वाहन डायवर्ट
हादसे में मृतक का शव देखकर गुस्साई भीड़ ने राजमार्ग जाम कर दिया। सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े दस बजे तक जाम लगा रहा। कई वाहन चालक व यात्री फंस गए। जिसके चलते वाहन डायवर्ट किए गए। कुछ वाहन चालकों ने वैकल्पिक मार्ग खोजा और चले गए। हालांकि, सरकारी बसों में सफर कर रहे लोग भी बसों से उतर कर दूसरे वाहनों में सवार हो गए।
पुलिस ने 700 की भीड़ पर दर्ज किया मामला
हिम्मतनगर. गामड़ी गांव में हुई घटना के बाद गांधीनगर के रेंंज आईजी विरेंद्र सिंह ने घटनास्थल का दौरा किया। भीड़ के पथराव करने के चलते जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इस मामले में गांभोई थाने में 42 लोगों सहित 700 लोगों की भीड़ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है।