आगरा फतेहपुर सीकरी रोड पर स्थित कस्बा मिढ़ाकुर में बनी पानी की टंकी पर सात युवक यूपी पुलिस की लिखित परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर शुक्रवार दोपहर 12 बजे चढ़ गए। इसकी जानकारी जब पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों को हुई तो उनके होश उड़ गए। मौके पर मलपुरा तथा अछनेरा थाने का फोर्स पहुंच गया। पुलिस ने युवकों को नीचे उतरने के लिए कहा, लेकिन युवकों ने पुलिस से नीचे उतरने की मना कर दी। उन्होंने कहा कि मौके पर जिलाधिकारी के आने के बाद ही नीचे उतरेंगे। इस पर पुलिस ने युवकों पर नीचे उतरने के लिए दबाव बनाया, जिस पर एक युवक नीचे कूदने के लिए छलांग लगाने की कोशिश की, तो उसे बाकी युवकों ने रोक लिया। यह देख पुलिस के पसीने छूट गए। उन्होने इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी।
सूचना मिलते ही एसडीएम सदर रजनीश मिश्रा, सीओ अछनेरा नमृता श्रीवास्तव, ब्लॉक प्रमुख बिचपुरी यशपाल राणा मौके पर पहुंच गए। एसडीएम सदर द्वारा युवकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। युवक मौके पर डीएम को बुलाने की जिद पर अड़े रहे। करीब तीन घंटे तक यह हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। शाम चार बजे फतेहपुर सीकरी से विधायक चैधरी उदयभान सिंह ने मौके पर पहुंचकर युवकों को मनाने का काफी प्रयास किया। लेकिन युवकों ने विधायक की बातों को भी नहीं माना। इसके पाश्चात शाम पांच बजे फतेहपुर सीकरी से सांसद चौधरी बाबूलाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने युवको को काफी समझाया।
इसके बाद उन्होने परीक्षा को रद्द कराने के बारे में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से युवकों को मिलाने का ठोस आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि परीक्षा में हुई गलती का खामियाजा संबंधित अधिकारियों को भुगतना पड़ेगा। एक ही प्रश्न पत्र दोनों पालियों में एक हल करने के लिए कैसे दिया गया। उन्होने कहा कि सीएम से मिलकर इस कृत्य में दोषी अधिकारियों की जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी। सांसद के आश्वासन पर सभी युवक टंकी से नीचे उतर आए। युवकों के उतरने के बाद पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।