जगी उम्मीद आगरा का पेठा जगप्रसिद्ध है। पेठा इकाइयों के कारण शहर में समस्या भी है। गंदगी फैलती है। प्रदूषण पैदा होता है। मुख्यमंत्री ने पेठा का मुद्दा उठाया है तो लगता है कि अब पेठा उद्योग में लगे श्रमिकों को भी राहत मिल सकती है। तमाम तरह के प्रतिबंधों के कारण कठिनाई झेल रहे पेठा कारखाना मालिकों की कुछ मांगे तो मानी जाएंगी। मुख्यमंत्री जीआईसी मैदान पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नगर निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील की।
नगर निकायों को स्वतंत्रता और पैसा बिजली, पानी, सड़क शुद्ध पेयजल, कूडा निस्तारण आदि व्यवस्थाओं के लिए यूपी सरकार पैसे की कमी नहीं आने देगी। आगरा का अपना महत्व है। विश्वस्तर की तीन तीन धरोहरें आगरा में है, हजारों पर्यटक आते है। हम आगरा को स्मार्ट सिटी बनाना चाहते है। अभी तक आगरा में मेयर भाजपा के रहे लेकिन सपा, बसपा की सरकार होने के कारण लखनऊ से पैसा नहीं मिला। आज केन्द्र और प्रदेश में अनुकूल सरकार है। मार्च 2018 तक आगरा को गंगाजल प्रोजेक्ट से पेयजल मिलेगा। हम यमुना की निर्मलता व अविरलता बनाना चाहते है। अनेक लोग आयेगें, अनेक प्रकार से आपको गुमराह करेंगे लेकिन सपा व बसपा ने प्रदेषश के विकास में रुचि नहीं दिखाई। अराजकता फैलाते रहे, ना बिजली दी ना पानी दिया ना जलनिकासी की व्यवस्था की। नगर निकाय इकाइयों को नारकीय बना दिया। भारतीय जनता पार्टी नगर निकाय इकाइयों को पूर्ण स्वतंत्रता देगी और पैसा भी देगी।
अच्छे लोगों को प्रत्याशी बनाया है योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए हजारों करोड़ की योजना का क्रियान्वयन करने के लिए अच्छे बोर्ड की आवश्यकता है। भारतीय जनता पार्टी ने अच्छे लोगों को प्रत्याशी बनाया है। आगरा के मेयर के साथ-साथ आगरा के 100 पार्षद प्रत्याशी और आगरा जिले की नगर पालिका और पंचायतों के प्रत्याशियों को अपना आशीर्वाद एवं मत देकर विजयी बनाएं।
इन्होंने कियो संबोधित जनसभा को आगरा के सांसद रामशंकर कठेरिया, फतेहपुर सीकरी के सांसद चौधरी बाबूलाल, प्रदेश सरकार के उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा एवं एस0पी0सिंह बघेल, विधायक योगेन्द्र उपाध्याय , जगन प्रसाद गर्ग , चौधरी उदयभान सिंह , रामप्रताप चौहान, डॉ. जी0एस0 धर्मेश, रानी पक्षालिका सिंह, महेश गोयल, जितेन्द्र वर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान प्रदेष उपाध्यक्ष एवं आगरा नगर निगम चुनाव प्रभारी अश्वनी त्यागी, जिला एंव महानगर अध्यक्ष श्याम भदौरिया एवं विजय शिवहरे ने अध्यक्षता की। संचालन गामा दुबे ने किया।