यह भी पढ़ें- Meerut: छेड़छाड़ से परेशान किशोरी ने पुलिस थाने में जहर खाकर किया सुसाइड दरअसल, यह घटना आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र स्थित विद्या पुरम कॉलोनी की है। हार्डवेयर की दुकान करने वाले धीरज की पत्नी 30 वर्षीय मोना ने खुद को कमरे में बंद कर सीने में तमंचे से गोली मार ली। गोली की आवाज सुनते ही घर में मौजूद सास, जेठानी और देवरानी कमरे की तरफ दौड़ीं। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। उनका शोर सुनकर पड़ोसी भी घटनास्थल पर पहुंच गए। इसके बाद सभी ने मिलकर कमरे का दरवाजा खोला तो उनके पैरों तले जैसे जमीन ही न रही। कमरे में मोना खून से लथपथ पड़ी थी। उसके पास ही वह तमंचा भी पड़ा था, जिससे गोली चली थी। आनन-फानन में मोना को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
धीरज के भाई मोना को मारते थे ताना इंस्पेक्टर देवेंद्र पांडेय का कहना है कि महिला ने आत्महत्या की है। उन्होंने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया है कि धीरज ने कुछ समय पहले मोना के भाई सोनू को अपने नाम पर लोन दिलाया था, लेकिन सोनू लोन की किस्त नहीं जमा कर पा रहा था। इसी बात को लेकर अक्सर धीरज के भाई मोना को ताना मारते रहते थे और इससे गृह क्लेश चल रहा था। सोशल मीडिया पर मोना का एक पत्र वायरल हो रहा है। वायरल पत्र की सत्यता की जांची जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से तमंचा बरामद किया है, लेकिन कोई पत्र नहीं मिला है। पुलिस को मोना के मोबाइल से भी कोई पत्र नहीं मिला है। धीरज ने बताया है कि पांच दिन पहले उसे पत्र के बारे में पता चला था। तब उसने मोना से बात की थी और मोना ने उस पत्र को फाड़ दिया था। धीरज ने बताया कि आत्महत्या से पहले मोना का फोन आया था। उसने कहा था कि बहुत तनाव है। उसे समझाकर तनाव दूर करने का प्रयास किया था, लेकिन तब तक फोन कट गया। वह मनोचिकित्सक से भी मोना इलाज भी करा रहे थे। अभी तक इस मामले में पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है।
पीएम मोदी को पिता मानकर लिखा ये पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पत्र में मोना ने पीएम मोदी को पिता मानकर लिखा है कि वह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। बचपन में ही मां चल बसी थी। जब वह 16 साल की थी, तब उसकी धीरज से शादी हुई थी। धीरज बहुत सीधे स्वभाव के हैं और मेरा बहुत ख्याल भी रखते हैं, लेकिन जेठ पंकज और देवर अंबुज ने जीना दुश्वार कर रखा है। अक्सर उसके साथ मारपीट होती है। दोनों खुद के संबंध भाजपा के नेताओं से बताते हैं। कहते हैं कि पुलिस उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं करेगी। मोना ने आगे लिखा है कि अगर उसे कुछ हुआ तो उसके जिम्मेदार अंबुज और पंकज होंगे। मोना ने यह भी लिखा है कि अगर जीते जी इंसाफ मिल जाए तो आखिर कोई क्याें मरे? उसने पत्र में पीएम मोदी मिलने की अंतिम इच्छा भी जताई है।