एसएसपी कार्यालय पर रोई पीड़िता
शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक के कार्यालय पर एक महिला पहुंची। कार्यालय पर पहुंची महिला की आंखों से आंसू बह रहे थे और वो फूट-फूट कर रो रही थी। दरअसल महिला का आरोप है कि ताजगंज पुलिस स्पा सेंटर के संचालक और उसके पति को गिरफ्तार नहीं कर रही है। महिला का कहना है कि स्पा सेंटर संचालक और उसके पति के खिलाफ उसने थाना ताजगंज में जानलेवा हमला सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज करा रखा है। बावजूद इसके ताजगंज पुलिस हमलावर पति को गिरफ्तार नहीं कर रही है। पीड़िता को अभी तक न्याय भी नहीं मिल सका है।
शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक के कार्यालय पर एक महिला पहुंची। कार्यालय पर पहुंची महिला की आंखों से आंसू बह रहे थे और वो फूट-फूट कर रो रही थी। दरअसल महिला का आरोप है कि ताजगंज पुलिस स्पा सेंटर के संचालक और उसके पति को गिरफ्तार नहीं कर रही है। महिला का कहना है कि स्पा सेंटर संचालक और उसके पति के खिलाफ उसने थाना ताजगंज में जानलेवा हमला सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज करा रखा है। बावजूद इसके ताजगंज पुलिस हमलावर पति को गिरफ्तार नहीं कर रही है। पीड़िता को अभी तक न्याय भी नहीं मिल सका है।
पिछले महीने हुआ था जानलेवा हमला
गौरतलब है कि विगत 27 नवंबर को एक महिला पर जानलेवा हमला हुआ था। इस मुकदमे में महिला ने अपने पति सहित दो तीन अन्य महिलाओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि पति स्पा सेंटर चलाने के नाम पर गैरकानूनी धंधा करता है। लड़कियों का शोषण करता है और उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेलता है। पीड़ित महिला का कहना है कि मुकदमा दर्ज करने के बाद मुकदमे के विवेचक ने धाराओं को हटा दिया और आरोपी के साथ सांठगांठ कर ली है। थाने से उसे न्याय नहीं मिल रहा है। एसएसपी मौजूद नहीं थे, इसके चलते उसकी मुलाकात एसएसपी अमित पाठक से नहीं हो सकी। एसएसपी अमित पाठक की अनुपस्थिति में पीड़िता से अन्य पुलिस अधिकारियों ने न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
गौरतलब है कि विगत 27 नवंबर को एक महिला पर जानलेवा हमला हुआ था। इस मुकदमे में महिला ने अपने पति सहित दो तीन अन्य महिलाओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि पति स्पा सेंटर चलाने के नाम पर गैरकानूनी धंधा करता है। लड़कियों का शोषण करता है और उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेलता है। पीड़ित महिला का कहना है कि मुकदमा दर्ज करने के बाद मुकदमे के विवेचक ने धाराओं को हटा दिया और आरोपी के साथ सांठगांठ कर ली है। थाने से उसे न्याय नहीं मिल रहा है। एसएसपी मौजूद नहीं थे, इसके चलते उसकी मुलाकात एसएसपी अमित पाठक से नहीं हो सकी। एसएसपी अमित पाठक की अनुपस्थिति में पीड़िता से अन्य पुलिस अधिकारियों ने न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।