मामले की जानकारी देते हुए एसीपी खेरागढ़ महेश कुमार ने बताया कि केस के आरोपी गुड्डन, ताराचंद और पूनम को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि चौथा आरोपी ताराचंद का बेटा नीरज अभी फरार है। ब्रह्माकुमारी संस्था के दो बहनों ने अपने सुसाइट नोट में इन्हीं चारों लोगों को आरोपी बताया था। पुलिस लगातार चौथे आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है, पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें, मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। और कल यानी शनिवार को तीसरे आरोपी को देर शाम आगरा पुलिस ने गिरफ्तार किया। मामले की छानबीन के लिए आगरा पुलिस की एक टीम को माउंट आबू भेजा गया है, जहां से वे ज्यादा जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
क्या है पूरा मामल?
आगरा के जगनेर में शुक्रवार रात ब्रह्मकुमारीज आश्रम में दो सगी बहनों ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले दोनों ने सुसाइड नोट आश्रम के ग्रुप में भेजे थे। इसे देख स्वजन आनन-फानन में आश्रम पहुंचे। वहां दोनों बहनों के शव पंखों के हुक से साड़ी के फंदे पर लटके मिले। बहनों ने सुसाइड नोट में आश्रम के कर्मचारी नीरज सिंघल, उसके पिता, धौलपुर के ताराचंद और ग्वालियर की रहने वाली एक महिला समेत आश्रम के चार कर्मचारियों को अपनी मृत्यु का जिम्मेदार ठहराया है। उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
आगरा के जगनेर में शुक्रवार रात ब्रह्मकुमारीज आश्रम में दो सगी बहनों ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले दोनों ने सुसाइड नोट आश्रम के ग्रुप में भेजे थे। इसे देख स्वजन आनन-फानन में आश्रम पहुंचे। वहां दोनों बहनों के शव पंखों के हुक से साड़ी के फंदे पर लटके मिले। बहनों ने सुसाइड नोट में आश्रम के कर्मचारी नीरज सिंघल, उसके पिता, धौलपुर के ताराचंद और ग्वालियर की रहने वाली एक महिला समेत आश्रम के चार कर्मचारियों को अपनी मृत्यु का जिम्मेदार ठहराया है। उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
4 कर्मचारियों पर लगाए गंभीर आरोप
जगनेर कस्बा की रहने वाली 37 वर्षीय एकता और उनकी छोटी बहन 34 वर्षीय शिखा वर्ष 2005 में ब्रह्मकुमारीज आश्रम से जुड़ी थीं। चार वर्ष पहले जगनेर में बसई रोड पर ब्रह्मकुमारीज आश्रम बनने के बाद वहां रहने लगीं थी। आश्रम में एक अन्य युवती भी रहती है। एकता के भाई सोनू ने बताया कि शुक्रवार रात 11.18 बजे उनके वाट्सएप पर रूपवास ब्रह्मकुमारीज आश्रम की बहन ने सुसाइड नोट भेजा, फोन करके जानकारी दी।
जगनेर कस्बा की रहने वाली 37 वर्षीय एकता और उनकी छोटी बहन 34 वर्षीय शिखा वर्ष 2005 में ब्रह्मकुमारीज आश्रम से जुड़ी थीं। चार वर्ष पहले जगनेर में बसई रोड पर ब्रह्मकुमारीज आश्रम बनने के बाद वहां रहने लगीं थी। आश्रम में एक अन्य युवती भी रहती है। एकता के भाई सोनू ने बताया कि शुक्रवार रात 11.18 बजे उनके वाट्सएप पर रूपवास ब्रह्मकुमारीज आश्रम की बहन ने सुसाइड नोट भेजा, फोन करके जानकारी दी।
इस पर वह भागकर घर से 13 किलोमीटर दूर आश्रम पहुंचे। यहां दोनों बहनों को फंदे से लटका पाया। दोनों बहनों ने अपने चार पेज के सुसाइड नोट नोट्स में 4 आश्रम कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला-पुरुषों के अवैध संबंधों के साथ ही आर्थिक अनियमितताओं के विषय में भी खुलकर बताया है। आरोप लगाए हैं कि अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर दबंगई दिखाते हैं। कहतें है कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
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25 लाख रुपए हड़प की बात आई सामने
मृतिका एकता ने सुसाइड नोट में अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा कि नीरज ने उनके साथ सेंटर में रहने का आश्वासन दिया था। लेकिन, जैसे ही सेंटर बना, उसने बात करनी बंद कर दी। उनके पिता ने जमीन बेचकर सात लाख रुपये दिए थे। साथ ही 18 लाख रुपए उन्होंने आश्रम के लिए लोगों की मदद से जुटाए थे। नीरज सेंटर के लिए अकाउंट का काम देखता था। वह 25 लाख रुपए हड़प गया। इस पैसों के गबन में नीरज का साथ उसके पिता ताराचंद सिंघल ने दिया। पूनम और गुड्डन भी इनसे मिले हुए थे। चारों ने उनके साथ गद्दारी की है।
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25 लाख रुपए हड़प की बात आई सामने
मृतिका एकता ने सुसाइड नोट में अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा कि नीरज ने उनके साथ सेंटर में रहने का आश्वासन दिया था। लेकिन, जैसे ही सेंटर बना, उसने बात करनी बंद कर दी। उनके पिता ने जमीन बेचकर सात लाख रुपये दिए थे। साथ ही 18 लाख रुपए उन्होंने आश्रम के लिए लोगों की मदद से जुटाए थे। नीरज सेंटर के लिए अकाउंट का काम देखता था। वह 25 लाख रुपए हड़प गया। इस पैसों के गबन में नीरज का साथ उसके पिता ताराचंद सिंघल ने दिया। पूनम और गुड्डन भी इनसे मिले हुए थे। चारों ने उनके साथ गद्दारी की है।