कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद रविवार को चीन से दिल्ली एयरपोर्ट पर पार्थिव देह लाई गई। दोपहर में 12:45 बजे एंबुलेंस से चाणक्यपुरी स्थित आवास पर लाई गई। एंबुलेंस का सायरन बजते ही पत्नी, बेटा, बेटी दौड़ पड़े। कालोनी के लोग भी पहुंच गए। ताबूत में बंद पति की देह को देखकर पत्नी फूट-फूटकर रोने लगीं। बस एक ही बात बोल रही थी कि पति को सही सलामत भेजा था, उन्हें यह क्या हो गया। पुलिस पहले पोस्टमार्टम गृह पर शव को लेकर गई। शाम को 4:15 बजे शव को निवास पर लाया गया तो पत्नी रोते हुए चीखने लगीं और बेहोश भी हो र्गईं। मां का भी हाल बेहाल था। वह बेटे के शरीर से लिपट गईं।
फोरेंसिक टीम के साथ कराई गई वीडियोग्राफी
बेटा और बेटी हाथ जोड़कर पिता के पार्थिव शरीर के आगे दहाड़ें मारकर रोने लगे। अनिल कुमार की पार्थिव देह आने को लेकर रविवार सुबह से ही थाना जगदीशुपरा के प्रभारी निरीक्षक आनंदवीर सिंह फोर्स के साथ पहुंच गए थे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया है। फोरेंसिक टीम के साथ वीडियोग्राफी कराई गई है।पत्नी ने पीएम से मांगी थी मदद
मरीन इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव की मौत की खबर सुनकर उनका परिवार सन्न रह गया था। उनकी मां और धर्मपत्नी ने पार्थिव देह के लिए दिल्ली से लेकर चीन तक संपर्क किया था। मृतक की पत्नी ने इसके लिए विदेश मंत्रालय के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक्स पर पोस्ट कर मदद मांगी थी। आगरा के सांसद प्रो. बघेल ने विदेश मंत्री से बातचीत की। वह लगातार दो दिन तक विदेश मंत्री के संपर्क में रहे।दोपहर करीब 1 बजे आगरा पहुंचा शव
मरीन इंजीनियर का पार्थिव शरीर रविवार सुबह करीब पांच बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा। पहले शव चीन के शंघाई शहर से फ्लाइट संख्या टीके 6481 से इस्तांबुल के लिए रवाना हुआ। इस्तांबुल से दिल्ली एयरपोर्ट, यहां से पार्थिव शरीर को एंबुलेंस से आगरा लाया गया। दोपहर करीब एक बजे जैसे ही एंबुलेंस शाहगंज के चाणक्यपुरी पहुंची, परिजनों में कोहराम मच गया। आसपास के लोग भी जमा हो गए। लोगों ने इंजीनियर की पत्नी को किसी तरह संभाला। यह भी पढ़ें