ये है मामला
थाना एत्मादौला के प्रकाश नगर में 16 वर्षीय किशोरी दुर्गेश का शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। दुर्गेश 11 वीं कक्षा की छात्रा था। दुर्गेश ने आत्महत्या परिवार में फैली कलह को लेकर किया या वजह कुछ और थी या फिर ये हत्या है या आत्महत्या, इस मामले में थाना एत्मादौला पुलिस जांच कर रही है।
थाना एत्मादौला के प्रकाश नगर में 16 वर्षीय किशोरी दुर्गेश का शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। दुर्गेश 11 वीं कक्षा की छात्रा था। दुर्गेश ने आत्महत्या परिवार में फैली कलह को लेकर किया या वजह कुछ और थी या फिर ये हत्या है या आत्महत्या, इस मामले में थाना एत्मादौला पुलिस जांच कर रही है।
ये लिखा लेटर में
16 वर्षीय बेटी ने तीन पेज के सुसाइड लेटर में लिखा है कि मैंने बचपन से आज तक सिर्फ अपने परिवार बात मानी है, लेकिन अब अपनी लाइफ और घरवालों से बहुत परेशान हूं और अब मेरा बाप ना तो हमारी बात मानता है और हमेशा अपनी मां और बहन की बात मानता है और वो लोग हमें मरवाना चाहते हैं। उसने अपनी बहन प्रीती के लिए लिखा है कि तुम इन लोगों के साथ कभी मत रहना। मैं अपने बाप, दादी और बुआ और बड़े भाई से नफरत करती हूं। और सबसे ज्यादा बड़े भाई से जिनकी वजह से छोटे भाई और भाभी अलग हो गए। इसलिए अब मैं ये कदम उठाने जा रही हूं। मेरी आत्मा को शांति भी मिलेगी, जब इन लोगों को इनके कर्मो की सजा मिलेगी। मेरी मम्मी तो उन्होंने पागल कर दी है और अभी कुछ दिन पहले मेरे बड़े भाई ने घर में आग लगा दी। इन्होंने बचपन से किसी को पढ़ाया नहीं, बचपन से हम लोग अपनी मेहनत से पढ़े थे और वो सब भी बड़े भाई ने जला दिया और वो भी शुरू से हमसे जलता है और अभी कुछ दिन पहले मेरी दादी यहां रह रहीं थीं तब तो मेरा बाप सब कुछ लाकर देता था और अब वो यहां से तीन चार दिन पहले चली गईं हैं, तब से न घर में आटा है और न हीं आज तीन दिन हो गए न तो हम लोगों ने कुछ खाया है और वो तो अपनी बहन के घर जाकर खाना खा आते हैं, मैं अपने बाप से और अपनी दादी और अपनी बुआ और अपने बड़े भाई की वजह से मर रही हूं और मै ये चाहती हूं कि इन सब लोगों ने हमारे साथ जो कुछ भी किया है, उसकी इन्हें सजा मिले और अब मैं ये दुआ करूगीं कि हे भगवान मेरे जैसे बाप और भाई किसी दुश्मन को भी ना दें अगर मैं अभी तक जिंदा हूं तो वो सिर्फ अपनी बहन और अपने छोटे भाई की वजह से।
16 वर्षीय बेटी ने तीन पेज के सुसाइड लेटर में लिखा है कि मैंने बचपन से आज तक सिर्फ अपने परिवार बात मानी है, लेकिन अब अपनी लाइफ और घरवालों से बहुत परेशान हूं और अब मेरा बाप ना तो हमारी बात मानता है और हमेशा अपनी मां और बहन की बात मानता है और वो लोग हमें मरवाना चाहते हैं। उसने अपनी बहन प्रीती के लिए लिखा है कि तुम इन लोगों के साथ कभी मत रहना। मैं अपने बाप, दादी और बुआ और बड़े भाई से नफरत करती हूं। और सबसे ज्यादा बड़े भाई से जिनकी वजह से छोटे भाई और भाभी अलग हो गए। इसलिए अब मैं ये कदम उठाने जा रही हूं। मेरी आत्मा को शांति भी मिलेगी, जब इन लोगों को इनके कर्मो की सजा मिलेगी। मेरी मम्मी तो उन्होंने पागल कर दी है और अभी कुछ दिन पहले मेरे बड़े भाई ने घर में आग लगा दी। इन्होंने बचपन से किसी को पढ़ाया नहीं, बचपन से हम लोग अपनी मेहनत से पढ़े थे और वो सब भी बड़े भाई ने जला दिया और वो भी शुरू से हमसे जलता है और अभी कुछ दिन पहले मेरी दादी यहां रह रहीं थीं तब तो मेरा बाप सब कुछ लाकर देता था और अब वो यहां से तीन चार दिन पहले चली गईं हैं, तब से न घर में आटा है और न हीं आज तीन दिन हो गए न तो हम लोगों ने कुछ खाया है और वो तो अपनी बहन के घर जाकर खाना खा आते हैं, मैं अपने बाप से और अपनी दादी और अपनी बुआ और अपने बड़े भाई की वजह से मर रही हूं और मै ये चाहती हूं कि इन सब लोगों ने हमारे साथ जो कुछ भी किया है, उसकी इन्हें सजा मिले और अब मैं ये दुआ करूगीं कि हे भगवान मेरे जैसे बाप और भाई किसी दुश्मन को भी ना दें अगर मैं अभी तक जिंदा हूं तो वो सिर्फ अपनी बहन और अपने छोटे भाई की वजह से।