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जिलाधिकारी के आदेश शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने हवा हवाई कर दिए हैं। गत दिनों पहले ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी एनजी रवी कुमार को विद्यालय में शिक्षक तैनात करने के लिए शिकायती पत्र सौंपा था। इस पर जिलाधिकारी ने एबीएसए अछनेरा को माॅडल स्कूल में तत्काल शिक्षक तैनात करने के निर्देश दिए थे। वहीं ग्राम प्रधान ने शिक्षक तैनाती के लिए तहसील दिवस में भी शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं मौके पर एबीएसए अछनेरा को सरकारी माॅडल स्कूल में तत्काल शिक्षक तैनात करने के लिए कहा गया था।
जिलाधिकारी के आदेश शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने हवा हवाई कर दिए हैं। गत दिनों पहले ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी एनजी रवी कुमार को विद्यालय में शिक्षक तैनात करने के लिए शिकायती पत्र सौंपा था। इस पर जिलाधिकारी ने एबीएसए अछनेरा को माॅडल स्कूल में तत्काल शिक्षक तैनात करने के निर्देश दिए थे। वहीं ग्राम प्रधान ने शिक्षक तैनाती के लिए तहसील दिवस में भी शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं मौके पर एबीएसए अछनेरा को सरकारी माॅडल स्कूल में तत्काल शिक्षक तैनात करने के लिए कहा गया था।
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एबीएसए अछनेरा ने जल्द ही शिक्षक तैनात करने का आश्वासन दिया था, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों की वजह से माॅडल स्कूल दिखावा बनकर रह गया, जबकि पाली सदर गांव के माॅडल स्कूल में 147 विद्यार्थियों का दाखिला है, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है, जबकि पड़ोस के गांव सहता में 45 बच्चों को पढ़ाने के लिए 6 अध्यापक तैनात हैं। इस वजह से ग्रामीणों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ रोष व्याप्त है। उन्होने विद्यालय परिसर में शुक्रवार को शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर हंगामा कर नारेबाजी की। इस दौरान ग्राम प्रधान दाताराम राजपूत, रामेश्रवर दीक्षित, योगेश, विजेन्द्र आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
एबीएसए अछनेरा ने जल्द ही शिक्षक तैनात करने का आश्वासन दिया था, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों की वजह से माॅडल स्कूल दिखावा बनकर रह गया, जबकि पाली सदर गांव के माॅडल स्कूल में 147 विद्यार्थियों का दाखिला है, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है, जबकि पड़ोस के गांव सहता में 45 बच्चों को पढ़ाने के लिए 6 अध्यापक तैनात हैं। इस वजह से ग्रामीणों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ रोष व्याप्त है। उन्होने विद्यालय परिसर में शुक्रवार को शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर हंगामा कर नारेबाजी की। इस दौरान ग्राम प्रधान दाताराम राजपूत, रामेश्रवर दीक्षित, योगेश, विजेन्द्र आदि ग्रामीण मौजूद रहे।