अब सिर्फ दो गेट से मिलेगी एंट्री ताजमहल में प्रवेश के लिए पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी तीन गेट हैं। दक्षिणी गेट को ताजमहल की सुरक्षा के लिहाज से सबसे खतरनाक गेट माना जाता है, जिसके चलते भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण आगरा मंडल के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. भुवन विक्रम ने इस गेट को 25 फरवरी 2018 से बंद करने के आदेश दिए थे। दक्षिणी गेट के बंद होने से अब ताजमहल में सिर्फ दो ही गेटों से एंट्री होगी।
लंबे समय से इस गेट को बंद करने के लिए चल रहा था मंथन
ताजमहल के दक्षिणी गेट को बंद करने के लिए काफी समय से मंथन चल रहा है। स्मारक की सुरक्षा को खतरा बताकर सुरक्षा एजेंसियां पूर्व में इसे बंद करने की संस्तुति भी कर चुकी हैं। स्मारक की दक्षिणी दीवार से सटे मकानों को सुरक्षा एजेंसियां स्मारक की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा मानती रही हैं। यहां बने कुछ मकान स्मारक की दक्षिणी दीवार से भी ऊंचे हैं। वैसे भी दक्षिणी गेट से ताजमहल में सबसे कम पर्यटकों की एंट्री होती है। ताज के पश्चिमी और पूर्वी गेट से ज्यादा संख्या में पर्यटकों की एंट्री होती है।
ताजमहल के दक्षिणी गेट को बंद करने के लिए काफी समय से मंथन चल रहा है। स्मारक की सुरक्षा को खतरा बताकर सुरक्षा एजेंसियां पूर्व में इसे बंद करने की संस्तुति भी कर चुकी हैं। स्मारक की दक्षिणी दीवार से सटे मकानों को सुरक्षा एजेंसियां स्मारक की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा मानती रही हैं। यहां बने कुछ मकान स्मारक की दक्षिणी दीवार से भी ऊंचे हैं। वैसे भी दक्षिणी गेट से ताजमहल में सबसे कम पर्यटकों की एंट्री होती है। ताज के पश्चिमी और पूर्वी गेट से ज्यादा संख्या में पर्यटकों की एंट्री होती है।
अलग समय पर खुलता था दक्षिणी गेट
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित सभी स्मारक सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुलते हैं। ताज के पूर्वी व पश्चिमी गेट इसी नियम के अनुसार खुलते व बंद होते हैं लेकिन दक्षिणी गेट पर यह नियम लागू नहीं होता था। यह सुबह आठ बजे खुलता है और शाम पांच बजे बंद हो जाता था।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित सभी स्मारक सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुलते हैं। ताज के पूर्वी व पश्चिमी गेट इसी नियम के अनुसार खुलते व बंद होते हैं लेकिन दक्षिणी गेट पर यह नियम लागू नहीं होता था। यह सुबह आठ बजे खुलता है और शाम पांच बजे बंद हो जाता था।