रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं
इस मौके पर सत्य प्रकाश सारस्वत, यतेंद्र सारस्वत, उमाकांत सारस्वत एडवोकेट ने कहा कि हर किसी को रक्तदान की इस मुहिम से जुड़ना चाहिए। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। रक्तदान करने आए सारस्वत ब्राह्मण महासभा के पदाधिकारियों का सम्मान किया गया। डॉ. डी एन सारस्वत, राकेश सारस्वत, एडवोकेट कृपाशंकर सारस्वत, कालीचरण सारस्वत, प्रमोद सारस्वत, मुनेश सारस्वत, रमेश सारस्वत आदि ने रक्तदान करने वालों को बैच पहनाकर अतिथियों का स्वागत किया। रक्तदान के अवसर पर सारस्वत ब्राह्मण महासभा रक्तदान शिविर के कार्यक्रम संयोजक मदन मोहन शर्मा ने सारस्वत हॉस्पिटल समर्पण ब्लड बैंक का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की रक्तदान अभियान चलते रहेंगे, रक्तदान से कई लोगों का जीवन बचाया जाता है। यह सबसे बड़ी समाज सेवा है। रक्तदान करने से सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता है, जो व्यक्ति रक्तदान नहीं करते हैं उनके शरीर से एक सप्ताह के भीतर ही रक्त बर्बाद हो जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में पांच से साढ़े पांच लीटर खून रहता है अधिक रहने पर स्वत: ही नष्ट हो जाता है। रक्तदान शिविर का शुभारंभ डॉ. विनोद सारस्वत, डॉ. देवकीनंदन सारस्वत कार्यक्रम संयोजक मदन मोहन शर्मा सत्य प्रकाश सारस्वत, यतेंद्र सारस्वत, कुलदीप सारस्वत, कौशलेंद्र सारस्वत, पीके सारस्वत, चंदशेखर सारस्वत, सीताराम सारस्वत द्वारा किया गया। रक्तदान करने वालों में मनीष रावत, सुधीर सारस्वत, सुरेश सारस्वत, नीरज सारस्वत, महेश सारस्वत, वेद प्रकाश सारस्वत आदि मौजूद थे।
इस मौके पर सत्य प्रकाश सारस्वत, यतेंद्र सारस्वत, उमाकांत सारस्वत एडवोकेट ने कहा कि हर किसी को रक्तदान की इस मुहिम से जुड़ना चाहिए। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। रक्तदान करने आए सारस्वत ब्राह्मण महासभा के पदाधिकारियों का सम्मान किया गया। डॉ. डी एन सारस्वत, राकेश सारस्वत, एडवोकेट कृपाशंकर सारस्वत, कालीचरण सारस्वत, प्रमोद सारस्वत, मुनेश सारस्वत, रमेश सारस्वत आदि ने रक्तदान करने वालों को बैच पहनाकर अतिथियों का स्वागत किया। रक्तदान के अवसर पर सारस्वत ब्राह्मण महासभा रक्तदान शिविर के कार्यक्रम संयोजक मदन मोहन शर्मा ने सारस्वत हॉस्पिटल समर्पण ब्लड बैंक का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की रक्तदान अभियान चलते रहेंगे, रक्तदान से कई लोगों का जीवन बचाया जाता है। यह सबसे बड़ी समाज सेवा है। रक्तदान करने से सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता है, जो व्यक्ति रक्तदान नहीं करते हैं उनके शरीर से एक सप्ताह के भीतर ही रक्त बर्बाद हो जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में पांच से साढ़े पांच लीटर खून रहता है अधिक रहने पर स्वत: ही नष्ट हो जाता है। रक्तदान शिविर का शुभारंभ डॉ. विनोद सारस्वत, डॉ. देवकीनंदन सारस्वत कार्यक्रम संयोजक मदन मोहन शर्मा सत्य प्रकाश सारस्वत, यतेंद्र सारस्वत, कुलदीप सारस्वत, कौशलेंद्र सारस्वत, पीके सारस्वत, चंदशेखर सारस्वत, सीताराम सारस्वत द्वारा किया गया। रक्तदान करने वालों में मनीष रावत, सुधीर सारस्वत, सुरेश सारस्वत, नीरज सारस्वत, महेश सारस्वत, वेद प्रकाश सारस्वत आदि मौजूद थे।