बता दें कि 20 जनवरी 2020 से बैंककर्मी देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत कर चुके हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने ऐलान किया है कि सरकार की नीतियों के खिलाफ बैंककर्मी एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। 20 जनवरी से एक फरवरी तक आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई है। बैंककर्मियों द्वारा 31 जनवरी 1 फरवरी से तक प्रदर्शन जारी रहेगा, पोस्टर लगाए जाएंगे और बैनर लगाकर एक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद 31 जनवरी, एक फरवरी व 11, 12 और 13 मार्च को बैंकों की हड़ताल प्रस्तावित है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने आंदोलन की तैयारियां एक सप्ताह पहले ही शुरू कर दी हैं। इस बात की जानकारी भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राणा ने दी
आंदोलन की जानकारी देते हुए भूपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि 21 जनवरी से 31 जनवरी तक हस्ताक्षर अभियान चलाकर बैंककर्मी सरकार विरोधी नीतियों के प्रति अपना विरोध व्यक्त करेंगे। वहीं 31 जनवरी और 1 फरवरी को बैंकों की हड़ताल प्रस्तावित है। यदि हड़ताल के बाद भी सरकार ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया तो बैंककर्मियों द्वारा डीएम, स्थानीय सांसद तथा अन्य जनप्रतिनिधियों को सामूहिक ज्ञापन दिया जाएगा व का काम का बहिष्कार किया जाएगा। यदि इसके बाद भी सरकार अपना रुख उनकी तरफ नहीं करती है तो 11, 12 और 13 मार्च को बैंककर्मियों द्वारा सामूहिक हड़ताल व कैंडल मार्च प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।