बच्चों की सुरक्षा के लिए काम करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस लखनऊ एक बैठक में भाग लेने गए हुए हैं। उनकी गैर मौजूदगी में सुरेश रात में उनके घर पहुंचा। गाली गलौज करने लगा। नरेश पारस की पत्नी गुड़िया पारस ने बच्चों के साथ स्वंय को घर में बंद कर लिया। सुरेश ने गेट तोड़ने का भी प्रयास किया, लेकिन वो इसमें सफल नहीं सका। रात करीब आठ बजे उसने बाहर गेट पर ताला जड़ दिया। जब सुबह बच्चे जगे तब उनको पता चला कि बाहर से ताला लगा है। नरेश पारस की पत्नी ने मोहल्ले के लोगों से मदद मांगी। मदद करने पहुंचे लोगों को सुरेश ने हड़काकर भगा दिया। सोनू नामक लड़के ने मदद की कोशिश की तो उसे गाली गलौज दीं और जेल भेजने की धमकी दी। लोग सहम गए। मामला नरेश पारस की जानकारी में आते ही उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक और ट्विटर पर मदद मांगी। ट्विटर पर पुलिस मुख्यालय से कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए तब जाकर पुलिस ने सुबह नौ बजे परिवार को मुक्त कराया। करीब 11 घंटे तक परिवार बंधक बना रहा।
पुलिस के आते ही गैंगस्टर फरार हो गया। पुलिस ने नरेश पारस के घर के बिजली के मीटर से चौथे मकान में सुरेश की बिजली जोड़ दी है, जबकि उसके मकान पर लगा मीटर नाॅनपेमेंट में कटा पड़ा है। सुरेश बोदला लूटकांड में आरोपी है। वह कई बार जेल जा चुका है। उस पर लूट, डकैती, आम्र्स एक्ट, मारपीट, शांतिभंग तथा गैंगस्टर जैसे करीब दर्जनों संगीन मुकद्मे दर्ज हैं। वह नरेश पारस से जबरन चौथ मांगता है। सुरेश नरेश पारस का भाई है, लेकिन समाज विरोधी गतिविधियों के चलते नरेश पारस उससे संबंध विच्छेद कर चुके हैं। तब से वह लगातार उनको परेशान कर रहा है।
बच्चों की खरीद फरोख्त करने वाले समाज विरोधी तमाम लोगों को नरेश पारस ने जेल भिजवाया है। जेल में सुरेश की उन लोगों से मुलाकात हो गई। उन्होंने सुरेश को मोहरा बनाकर नरेश पारस के खिराफ षडयंत्र रचना शुरू कर दिया। जेल से बाहर आते ही सुरेश ने नरेश पारस को परेशान करना शुरू कर दिया। उनके घर की लाइट काटकर अपने चैथे मकान में जोड़ दी। नरेश पारस का परिवार पिछले दस महीनों से अंधेरे में है। आठ महीने पहले भी सुरेश नरेश पारस के पत्नी और बच्चों पर जानलेवा हमला कर चुका है। उनको जिंदा जलाने की कोशिश कर चुका है। नरेश पारस ने अपन तथा अपने परिवार की सुरक्षा की मांग कई बार डीएम तथा एसएसपी से की है। जब कोई समाधान नहीं निकला तो नरेश पारस परिवार सहित शहर से पलायन करके जा रहे थे लेकिन शहर के गणमान्य लोगों ने उन्हें रोक लिया लेकिन उनकी मुसीबतें फिर भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नरेश पारस ने कहा कि पुलिस तथा प्रशासन इस पर सख्त कार्रवाई करे नहीं तो उनके साथ गंभीर वारदात हो सकती है।