बढ़ रही मरने वालों की संख्या
देश में निरंतर बढ़ती जा रही सड़क दुर्घटना मृत्यु दर को देखते हुए सरकार जन जन में दुर्घटनाओं के कारणों के प्रति जाग्रति जगाने की दिशा में सतत् प्रयास कर रही है। 3500 व्यक्ति प्रतिदिन संसार भर में दुर्घटना का शिकार होते हैं, जिसमें से 400 भारत वर्ष में और उसमें से भी 44 व्यक्ति प्रतिदिन आगरा मंडल में सड़क दुर्घटना के कारण मृत्यु को प्राप्त होते हैं। सड़क दुर्घटना में 72 लोग वे शिकार होते हैं, जो पैदल चलने वाले, साइकिल चालक, मोटर साइकिल चालक होते हैं।
देश में निरंतर बढ़ती जा रही सड़क दुर्घटना मृत्यु दर को देखते हुए सरकार जन जन में दुर्घटनाओं के कारणों के प्रति जाग्रति जगाने की दिशा में सतत् प्रयास कर रही है। 3500 व्यक्ति प्रतिदिन संसार भर में दुर्घटना का शिकार होते हैं, जिसमें से 400 भारत वर्ष में और उसमें से भी 44 व्यक्ति प्रतिदिन आगरा मंडल में सड़क दुर्घटना के कारण मृत्यु को प्राप्त होते हैं। सड़क दुर्घटना में 72 लोग वे शिकार होते हैं, जो पैदल चलने वाले, साइकिल चालक, मोटर साइकिल चालक होते हैं।
इन बच्चों को किया गया शामिल
कक्षा 9 तथा दस के छात्रों को विशेष रूप से कार्यशाला में सम्मिलित किया गया। मोटर स्पोर्टस क्लब के श्रीराम मोहन कपूर ने कहा कि बच्चे ही इस कार्यक्रम को जन जन तक पहुंचाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मोटर स्पोर्ट्स क्लब के हेमन्त ने कहा कि बच्चे अपने माता पिता से बहुत प्यार करते हैं तो वो ही अपने माता पिता को सीट बैल्ट पहनकर गाड़ी चलाने के लिए मजबूर कर सकते हैं। उन्हें हैलमेट पहनने के लिए कहेंगे। अपनों से अगर प्यार करते हो तो उन्हें सदैव यातायात के नियमों के अनुसार चलने के लिए कहेंगे और स्वयं सदैव सड़क के नियमों का पालन करेंगे।
कक्षा 9 तथा दस के छात्रों को विशेष रूप से कार्यशाला में सम्मिलित किया गया। मोटर स्पोर्टस क्लब के श्रीराम मोहन कपूर ने कहा कि बच्चे ही इस कार्यक्रम को जन जन तक पहुंचाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मोटर स्पोर्ट्स क्लब के हेमन्त ने कहा कि बच्चे अपने माता पिता से बहुत प्यार करते हैं तो वो ही अपने माता पिता को सीट बैल्ट पहनकर गाड़ी चलाने के लिए मजबूर कर सकते हैं। उन्हें हैलमेट पहनने के लिए कहेंगे। अपनों से अगर प्यार करते हो तो उन्हें सदैव यातायात के नियमों के अनुसार चलने के लिए कहेंगे और स्वयं सदैव सड़क के नियमों का पालन करेंगे।
ये दिए टिप्स
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सेवानिवृत्त सब इंसपेक्टर राधेश्याम ने छात्रों को यातायात के नियमों की जानकारी दी। देश के भावी नागरिकों पर ही देश का स्वर्णिम भविष्य निर्भर करता है इसलिए इन्हें नियमों के प्रति सजग करना आज के समय की मांग है। गाड़ी गति सीमा से तेज न चलाएं। ट्रैफिक नियमों का पालन करो। हैलमेट, सीट बैल्ट पहनकर गाड़ी चलाएं । सिग्नल लाइट का ध्यान रखें। जल्दबाजी में ओवरटेक न करें। सड़क सदैव जेब्रा क्रॉसिंग से ही पार करें। बिना वैध लाइसेंस के कभी भी गाड़ी न चलाएं। सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा हमारा नारा होना चाहिए। उन्होंने छात्रों को सड़क के नियमों के पालन की शपथ दिलाई।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सेवानिवृत्त सब इंसपेक्टर राधेश्याम ने छात्रों को यातायात के नियमों की जानकारी दी। देश के भावी नागरिकों पर ही देश का स्वर्णिम भविष्य निर्भर करता है इसलिए इन्हें नियमों के प्रति सजग करना आज के समय की मांग है। गाड़ी गति सीमा से तेज न चलाएं। ट्रैफिक नियमों का पालन करो। हैलमेट, सीट बैल्ट पहनकर गाड़ी चलाएं । सिग्नल लाइट का ध्यान रखें। जल्दबाजी में ओवरटेक न करें। सड़क सदैव जेब्रा क्रॉसिंग से ही पार करें। बिना वैध लाइसेंस के कभी भी गाड़ी न चलाएं। सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा हमारा नारा होना चाहिए। उन्होंने छात्रों को सड़क के नियमों के पालन की शपथ दिलाई।