इस लाल ताजमहल को किसने बनवाया है?
आगरा में एक संगमरमर का सफेद ताजमहल है, तो दूसरा लाल पत्थर से बना है। इतिहास में बताता जाता है कि शाहजहां ने सफेद ताजमहल को बनवाया था। लेकिन लाल ताजमहल के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आइए जानते हैं आखिर इस लाल ताजमहल को किसने बनवाया है?
आगरा में एक संगमरमर का सफेद ताजमहल है, तो दूसरा लाल पत्थर से बना है। इतिहास में बताता जाता है कि शाहजहां ने सफेद ताजमहल को बनवाया था। लेकिन लाल ताजमहल के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आइए जानते हैं आखिर इस लाल ताजमहल को किसने बनवाया है?
इन दोनों ही ताजमहल में एक बात कॉमन है और वह यह है कि दोनों ही मोहब्बत की निशानी है। यह उस समय की बता है, जब भारत में ब्रिटिश हुकूमत ने अपने पैर पसारने शुरू ही किए थे। ब्रिटिश सेना के कुछ सिपाही भारत में अलग-अलग राज्यों की सेना में सिपाही के तौर पर तैनात थे।
देखभाल के लिए किया गया था सेनापति नियुक्त
ऐसा ही एक डच का रहने वाला सिपाही था कर्नल जॉन विलियम हैसिंग। विलियम हैसिंग भारत में अपने परिवार के साथ रहता था। उसे आगरा के किले की देखभाल के लिए सेनापति नियुक्त किया गया था। हैसिंग अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता था।
ऐसा ही एक डच का रहने वाला सिपाही था कर्नल जॉन विलियम हैसिंग। विलियम हैसिंग भारत में अपने परिवार के साथ रहता था। उसे आगरा के किले की देखभाल के लिए सेनापति नियुक्त किया गया था। हैसिंग अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता था।
दरअसल, विलियम हैसिंग ने जब अपनी पत्नी के साथ पहली बार शाहजहां का बनवाया हुआ ताजमहल देखा था, तब ही तय कर लिया था कि पति-पत्नी में जो भी पहले जाएगा, दूसरा उसकी याद में ताजमहल बनवाएगा। पहले विलियम हैसिंग का ही देहांत हो गया। इसलिए उसकी पत्नी ने अपने बच्चों के साथ मिलकर लाल पत्थर से ताजमहल से मिलती हुई हू-ब-हू इमारत बनवाई।
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अपने पति विलियम हैसिंग की याद में बनवाया था ताजमहलविलियम हैसिंग एक मामूली सा सिपाही था और उसकी पत्नी के पास इतना धन भी नहीं था कि वह शाहजहां की तरह संगमरमर के पत्थर से ताजमहल बनवाए। इसलिए उसने लाल पत्थर का ताजमहल बनवाया था। यह ताजमहल उसने अपने पति विलियम हैसिंग की याद में बनवाया था।
इसकी सुंदरता में नहीं है कोई भी कमी
आगरा के लाल ताजमहल को विलियम हैसिंग का मकबरा भी कहते हैं। यह मकबरा असल के ताजमहल की तरह बेमिसाल तो नहीं है, मगर इसकी सुंदरता में कोई भी कमी नहीं निकाली जा सकती है। 21 जुलाई 1803 में जब विलियम हैसिंग का देहांत हुआ, तब लाल ताजमहली की नींव रखी गई थी।
आगरा के लाल ताजमहल को विलियम हैसिंग का मकबरा भी कहते हैं। यह मकबरा असल के ताजमहल की तरह बेमिसाल तो नहीं है, मगर इसकी सुंदरता में कोई भी कमी नहीं निकाली जा सकती है। 21 जुलाई 1803 में जब विलियम हैसिंग का देहांत हुआ, तब लाल ताजमहली की नींव रखी गई थी।
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यह मकबरा 100 से 200 फीट के दायरे में है बना हुआअगर आगरा के लाल ताजमहल को गौर से देखा जाए तो सिर्फ सफेद संगमरमर के पत्थरों की कमी ही नजर आती है। यह ताजमहल असल के ताजमहल की इमारत से आकार में भी छोटा है। यह मकबरा 100 से 200 फीट के दायरे में बना हुआ है।
इस ताजमहल में असल के ताजमहल जैसे भूमिगत कक्ष भी है और चार मीनारें भी हैं। इस मकबरे के चारों ओर 4 बड़े प्रवेश द्वार हैं। असल के ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की कब्र है और लाल ताजमहल में विलियम हैसिंग और उसकी पत्नी की कब्र है।
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कौन था कर्नल जॉन विलियम हैसिंग?कर्नल जॉन विलियम हैसिंग ने सबसे पहले लंका के कैंडी युद्ध में भाग लिया था। इसके बाद वह भारत के हैदराबाद के निजाम की सेना में भर्ती हुआ। कुछ सालों के बाद जॉन विलियम हैसिंग ने महादजी सिंधिया की सेना में उच्च पद प्राप्त किया। मगर जब महादजी की मृत्यु हो गई तब हैसिंग आगरा आ गया और आगरा के किले की देखरेख का काम उसके जिम्मे कर दिया गया।