ये था नजारा
केन्द्रीय कारागार पर रविवार तड़के से ही रक्षाबंधन के अवसर पर बड़ी संख्या में बहनों की भीड़ उमड़ी हुई थी। जेल प्रशासन ने भी बहनों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। सिर्फ बहनों को ही कैदियों से मिलने की परमीशन थी। अलग-अलग शिफ्टों में प्रवेश कराया गया। सुबह 11 बजे तक दो शिफ्टों में 830 बहनों ने अपने-अपने भाइयों को राखी बांधीं। जेल अधीक्षक ने बताया कि शाम चार बजे तक मिलने का समय है।
केन्द्रीय कारागार पर रविवार तड़के से ही रक्षाबंधन के अवसर पर बड़ी संख्या में बहनों की भीड़ उमड़ी हुई थी। जेल प्रशासन ने भी बहनों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। सिर्फ बहनों को ही कैदियों से मिलने की परमीशन थी। अलग-अलग शिफ्टों में प्रवेश कराया गया। सुबह 11 बजे तक दो शिफ्टों में 830 बहनों ने अपने-अपने भाइयों को राखी बांधीं। जेल अधीक्षक ने बताया कि शाम चार बजे तक मिलने का समय है।
बहनों ने लिया ये वचन
केन्द्रीय कारागार में अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने एटा से आई रूबी शर्मा ने बताया कि उनक भाई हत्या के आरोप में बंद हैं। भाई को जेल में देख उनको बहुत बुरा लगा। भाई से संकल्प लिया है कि आगे से ऐसा कुछ भी न करे, कि अच्छे काम करे। वहीं जिला जेल पहुंची बहन रोली ने बताया कि भाई चोरी के आरोप में जेल में निरुद्ध है, उन्होंने भी भाई से अच्छे काम करने का वचन लिया है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इस मौके पर जिला जेल में कड़ी सुरक्षा रही। जेल अधीक्षक ने बताया कि पूरी सतर्कता के साथ बंदी रक्षक तैनात किए गए। जेल में बहनों को प्रवेश कराने के लिए दो डिप्टी जेलर, 22 बंदी रक्षक, रिजर्व बंदी रक्षक, एक महिला कांस्टेबल, एक होमगार्ड को तैनात किया गया। बाहर की सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस की मदद ली गई।