आपको बता दें पोस्टमार्टम के लिए वसूली मामले में आज बयान दर्ज होंगे। लायर्स कालोनी में 11 फरवरी को तरुण चौहान, उनकी मां ब्रजेश देवी चौहान और कुशाग्र चौहान के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए दो हजार रुपए मांगे गए थे, जबकि पोस्टमार्टम नि:शुल्क होता है। पोस्टमार्टम के लिए अवैध वसूली करने वालों की जांच के लिए गठित कमेटी द्वारा आज यानी 15 फरवरी को बयान दर्ज किए जाएंगे। आरोपी की पहचान के लिए शिनाख्त परेड कराई जाएगी। शिकायत में कहा गया है कि पीएम हाउस के कर्मचारी शवों के लिए कफन, पॉलीथिन, साफ-सफाई, टांके लगाने के नाम पर पैसे मांगते हैं।
यह भी पढ़ें
नोएडा में शराब की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री, 10 महीने में हुई 1600 करोड़ की कमाई
17 साल पहले बना था पोस्टमॉर्टम हाउस एसएन मेडिकल कालेज में श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के सहयोग से 17 साल पहले पोस्टमार्टम गृह तैयार कराया गया था। यहां मेडिकल छात्रों के अध्ययन के लिए भी इंतजाम किए गए थे। मगर, छात्रों की पढ़ाई और अध्ययन के लिए पोस्टमार्टम गृह का इस्तेमाल नहीं किया गया। वहीं, शव विच्छेदन के लिए पहले छैनी हथोड़े का इस्तेमाल किया जाता था। इसके बाद स्टेनलेस आरी का इस्तेमाल होने लगा। अब आटोमेटिक आरी से शव विच्छेदन किए जाते हैं। साथ ही कई तरह के फोरेंसिक उपकरण भी इस्तेमाल होने लगे हैं। इससे मौत का कारण पता करने में मदद मिलती है। लगभग 1000 करोड़ का इंटीग्रेटेड प्लान तीन चरणों में चलेगा। पहले में 450, दूसरे में 400 और तीसरे चरण में करीब 150 करोड़ रुपए के निर्माण कार्य कराए जाएंगे। एसएन के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि इंटीग्रेटेड कैंपस के पहले चरण में अत्याधुनिक पोस्टमार्टम गृह भी शामिल है। इसे लेडी लायल की जमीन पर बनाया जाएगा, स्टेट आफ आर्ट पोस्टमार्टम गृह में आटोमेटिक उपकरण के साथ ही मेडिकल छात्रों के अध्ययन के लिए अलग से निर्माण कराया जाएगा। क्लास रूम भी होंगे, शव को रखने के लिए फ्रिजर का इस्तेमाल किया जाएगा। दो साल में पोस्टमार्टम गृह तैयार हो जाएगा।
*आगरा से प्रमोद कुशवाह की रिपोर्ट*