बोदला के रहने वाले 21 वर्षीय देवराज राजपूत का बचपन से ही सपना डांसर बनने का था, लेकिन आर्थिक परिस्थितियों ने कहीं न कहीं उनकी तरक्की के कदमों को रोक दिया। लेकिन देवराज ने अपने सपनों को टूटने नहीं दिया। वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक अलग राह ही निकल पड़े। रैपर्स डांस एकेडमी नाम से डांस क्लास की शुरुआत की, जहां से कमाई का साधन बना, तो देवराज के मन में फिर एक जिज्ञासा उठी कि क्यों न वे अपने सपनों को उन बच्चों में देखें, जो उस मुकाम को हासिल तो कर सकते हैं, लेकिन आर्थिक परिस्थितियां कहीं न कहीं उनके कदमों को रोकती हैं।
आवास विकास कॉलोनी, आगरा के सेक्टर-5 निवासी देवराज राजपूत अब स्लम बस्तियों में प्रतिभाओं को खोजने का काम कर रहे हैं। चार माह पहले शुरू किए इस सफर में करीब 60 बच्चों को अपने साथ जोड़ चुके हैं। इन्हें निःशुल्क डांस सिखाया जा रहा है। इतना ही नहीं इन बच्चों को देवराज अपने प्रयास से एक ऐसा मंच दिलाने का प्रयास भी करते हैं, जहां से इन गुमनाम गलियों में खोई हुई प्रतिभा को पहचान भी मिल सके। ऐसे ही एक शिष्य गौरव का जिक्र करते हुए देवराज ने बताया कि जब अपनी मेहनत से बुलंदियों की तरफ बढ़े तो बेहद सुखद अनुभव होता है और ऐसा ही हुआ गौरव को लेकर। गौरव ने आगरा में होने वाले कई कम्पटीशन में मेडल प्राप्त किए। इसके अलावा दिल्ली में होने वाले डांसिंग स्टार में गौरव ने जीत का परचम फहराया।