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आज हिन्दी विश्व की तीसरे नम्बर की भाषा है। हिन्दी को पढ़े-गैर पढ़े लोग बोल-समझ रहे हैं और उसमें लिखे फिल्मी गीतों पर झूम रहे हैं। दुनियाभर के लोग हिन्दी जानने को आतुर हैं या आकांक्षी हैं। डॉ.बोगड़े का कहना है कि दुनिया के विभिन्न देशों के 52 विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जा रही है, जिसका दुनिया में प्रचार-प्रसार बढ़ता ही जा रहा है। हिन्दी की अपनी क्षमता और गुणवत्ता है। हिन्दी के राष्ट्रीय मह़व को किसी हिन्दी भाषी राज्य, क्षेत्र के समाज सुधारकों, राष्ट्रीय नेताओं ने नहीं, बल्कि गैर हिन्दी भाषी क्षेत्रों के लोगों ने पहचाना और उसके प्रचार-प्रसार और विकास में अपना जीवन लगा दिया।
सरकारी कार्यालयों में हिन्दी को दिया जा रहा बढ़ावा
बोल चाल की भाषा में आज हिन्दी कम होती जा रही है। हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को मनाया जाता है। हिन्दी दिवस को मनाने का क्रम 1953 से शुरू हुआ था। आज हिन्दी को सरकारी दफ्तरों में प्रयोग में बढ़ावा देने के लिए हिन्दी निबंध लेखन, हिन्दी वाद संवाद, हिन्दी प्रतियोगिताओं के साथ हिन्दी पखवाड़ा मनाया जाता है। हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
बोल चाल की भाषा में आज हिन्दी कम होती जा रही है। हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को मनाया जाता है। हिन्दी दिवस को मनाने का क्रम 1953 से शुरू हुआ था। आज हिन्दी को सरकारी दफ्तरों में प्रयोग में बढ़ावा देने के लिए हिन्दी निबंध लेखन, हिन्दी वाद संवाद, हिन्दी प्रतियोगिताओं के साथ हिन्दी पखवाड़ा मनाया जाता है। हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
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