दरअसल, सोमवार शाम को सीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रदेश के सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से लेकर थाना प्रभारी तक जुड़े थे। मुख्यमंत्री ने हापुड़, सुल्तानपुर की घटनाओं के बाद रविवार को राधा स्वामी सत्संग सभा दयालबाग और पुलिस के बीच हुए टकराव को लेकर नाराजगी व्यक्त की। कहा कि इस प्रकरण में पुलिस को पार्टी नहीं बनना चाहिए था। राधास्वामी सत्संग सभा प्रतिष्ठित संस्था है। उनके साथ राजस्व मामले को संवाद से निस्तारित किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मौके होगी।
उच्च अधिकारी मौके पर जाते तो नहीं होता विवाद: सीएम
उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग सभा दयालबाग मामले में मौके पर उच्चाधिकारियों को जाना था। सत्संग सभा प्रतिष्ठित संस्था है। अधिकारी बातचीत कर इस मामले का हल निकालें। मौके पर उच्च अधिकारियों को जाना चाहिए था। यदि गए होते तो माहौल खराब नहीं होता। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि संवादहीनता की स्थिति के कारण कहीं माहौल खराब नहीं होना चाहिए। बीट सिपाही, थाना प्रभारी से लेकर सीओ तक की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय हो, जिससे सभी अपना कार्य जिम्मेदारी से करें।
उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग सभा दयालबाग मामले में मौके पर उच्चाधिकारियों को जाना था। सत्संग सभा प्रतिष्ठित संस्था है। अधिकारी बातचीत कर इस मामले का हल निकालें। मौके पर उच्च अधिकारियों को जाना चाहिए था। यदि गए होते तो माहौल खराब नहीं होता। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि संवादहीनता की स्थिति के कारण कहीं माहौल खराब नहीं होना चाहिए। बीट सिपाही, थाना प्रभारी से लेकर सीओ तक की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय हो, जिससे सभी अपना कार्य जिम्मेदारी से करें।
हाईकोर्ट ने बुधवार तक लगाई कार्रवाई पर रोक
प्रशासनिक कार्रवाई पर हाई कोर्ट की बुधवार तक रोक, रविवार को हुए घटनाक्रम के बाद सोमवार को सत्संग सभा ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बुधवार तक किसी भी तरह की प्रशासनिक कार्रवाई पर रोक लगाई। इस संबंध में प्रमुख सचिव राजस्व और जिले के अधिकारियों को आदेश भेजा है। उधर, डीसीपी अजय राय ने बताया कि सत्संग सभा सात दिन में अपने सभी कागजात एसडीएम को दिखाएगी। इसके बाद राजस्व विभाग अपनी कार्रवाई करेगा।
प्रशासनिक कार्रवाई पर हाई कोर्ट की बुधवार तक रोक, रविवार को हुए घटनाक्रम के बाद सोमवार को सत्संग सभा ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बुधवार तक किसी भी तरह की प्रशासनिक कार्रवाई पर रोक लगाई। इस संबंध में प्रमुख सचिव राजस्व और जिले के अधिकारियों को आदेश भेजा है। उधर, डीसीपी अजय राय ने बताया कि सत्संग सभा सात दिन में अपने सभी कागजात एसडीएम को दिखाएगी। इसके बाद राजस्व विभाग अपनी कार्रवाई करेगा।