आगरा के रिटर्निंग अधिकारी ने इसका संज्ञान ले लिया। इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर शिक्षामित्र का मानदेय रोक दिया गया। आगरा के बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गौड़ ने बताया “शिक्षामित्र के एक यूट्यूब चैनल को को दिये गये इंटरव्यू के चलते उनका मानदेय रोक दिया। उसके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। विभागीय जांच खंड शिक्षाअधिकारी फतेहपुर सीकरी व खंदौली करेंगे।”
आगरा के खंदौली विकासखंड में तैनात है महिला बीएलओ
थाना खंदौली के विकास खंड क्षेत्र के गांव नगला जार मौजा पोइया में तैनात शिक्षामित्र से बीएलओ बनी महिला को एक यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू देना भारी पड़ गया। इस इंटरव्यू में महिला शिक्षामित्र ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर सवाल उठा दिया। इसको लेकर गुरुवार को शिक्षामित्र के खिलाफ थाना खंदौली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने उसका मानदेय रोक दिया है। दो खंड शिक्षाधिकारी मामले की जांच करेंगे। यह भी पढ़ेंः
आगरा में भाजपा प्रत्याशी के विरोध पर बुरे फंसे विधायक जी! निर्दलीय नामांकन करने वाले बेटे पर गिरी गाज दरअसल, आगरा निवासी विनीता पत्नी कुलदीप सिंह प्राथमिक विद्यालय नगला जार में शिक्षामित्र हैं। इसके साथ ही वह भाग संख्या 44 पर बीएलओ का भी कार्य देख रही हैं। बीते दिनों उन्होंने एक यूट्यूब चैनल पर दिए इंटरव्यू में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर सवाल उठाए थे। इससे बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप है।
लोकसभा चुनाव 2024 में ईवीएम के इस्तेमाल पर दिया विवादित बयान
शिक्षा मित्र कह रही हैं “जब वोटिंग मशीन बनाने वाले देश अमेरिका में इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। वहां मतपत्र से वोट डाले जाते हैं तो यहां क्यों नही। पिछले चुनाव में वोटिंग मशीन में बटन दबाने पर एक ही पार्टी को वोट जा रहे थे। विरोध करने पर मशीनें बदली गई थीं।” यह भी पढ़ेंः
योगी सरकार की हाई पावर कमेटी के साथ किसानों की बैठक, लोकसभा चुनाव के बीच सकारात्मक रही पहल उनके आदेश पर खंड शिक्षाधिकारी खंदौली ने शिक्षामित्र विनीता के खिलाफ थाना खंदौली में केस दर्ज कराया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गौड़ ने बताया कि खंड शिक्षाधिकारी खंदौली को मामले की जांच सौंपी गई थी। इसके बाद बीईओ खंदौली ने शिक्षामित्र विनीता के खिलाफ थाना खंदौली में भारतीय दंड संहिता की धारा 171 जी में मुकदमा दर्ज कराया है।