यहां था प्रोग्राम
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को विगत दिवस होटल उत्कर्ष विालस में एक दिवसीय कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में विस्तारकों के साथ बैठक हुई, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सर्वाधिक समय आईटी विभाग की टीम को दिया। दो सत्रों में आईटी विभाग के सदस्यों के साथ हुई चर्चा के दौरान उन्हें लोकसभा चुनाव में किस तरह कार्य करना है इसका अमित शाह ने मंत्र दिया। लेकिन इस आयोजन के बाद 10 मिनट एक कमरे में आईटी विभाग के शीर्ष नेतृत्व के साथ अमित शाह की बात हुई। माना जा रहा है कि इसी 10 मिनट में अमित शाह ने गठबंधन पर विजय पाने के लिए बड़ा मंत्र दिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को विगत दिवस होटल उत्कर्ष विालस में एक दिवसीय कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में विस्तारकों के साथ बैठक हुई, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सर्वाधिक समय आईटी विभाग की टीम को दिया। दो सत्रों में आईटी विभाग के सदस्यों के साथ हुई चर्चा के दौरान उन्हें लोकसभा चुनाव में किस तरह कार्य करना है इसका अमित शाह ने मंत्र दिया। लेकिन इस आयोजन के बाद 10 मिनट एक कमरे में आईटी विभाग के शीर्ष नेतृत्व के साथ अमित शाह की बात हुई। माना जा रहा है कि इसी 10 मिनट में अमित शाह ने गठबंधन पर विजय पाने के लिए बड़ा मंत्र दिया है।
ये हुआ बड़ा खुलासा
अमित शाह और आईटी विभाग के बीच हुई बैठक से मीडिया कर्मियों को दूर रखा गया है, जिसके चलते यहां की खबरें बाहर न निकल सकें, लेकिन इस बैठक के बारे में सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी प्राप्त हुई। पता ये चला है कि अमित शाह ने आईटी विभाग के कार्य को दो भागों में बांटा है। पहला है नॉट कॉम और दूसरा है डॉट कॉम। आईटी विभाग को इन दोनों भागों पर कार्य करना है। नॉट कॉम में ऐसे लोगों को टारगेट करना है, जो इंटरनेट का प्रयोग नहीं करते हैं। आईटी विभाग के वॉलंटियर्स को ऐसे लोगों तक पहुंचना है। साफ शब्दों में कहा जाए तो प्रवास करना होगा, तभी बात बनेगी। इसके साथ ही डॉट कॉम वाले लोगों पर भी विशेष ध्यान देना है।
अमित शाह और आईटी विभाग के बीच हुई बैठक से मीडिया कर्मियों को दूर रखा गया है, जिसके चलते यहां की खबरें बाहर न निकल सकें, लेकिन इस बैठक के बारे में सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी प्राप्त हुई। पता ये चला है कि अमित शाह ने आईटी विभाग के कार्य को दो भागों में बांटा है। पहला है नॉट कॉम और दूसरा है डॉट कॉम। आईटी विभाग को इन दोनों भागों पर कार्य करना है। नॉट कॉम में ऐसे लोगों को टारगेट करना है, जो इंटरनेट का प्रयोग नहीं करते हैं। आईटी विभाग के वॉलंटियर्स को ऐसे लोगों तक पहुंचना है। साफ शब्दों में कहा जाए तो प्रवास करना होगा, तभी बात बनेगी। इसके साथ ही डॉट कॉम वाले लोगों पर भी विशेष ध्यान देना है।